महाराष्ट्र पुलिस ने शुक्रवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय जाने के नियोजित कार्यक्रम के मद्देनजर बलार्ड पियर स्थित ईडी कार्यालय के बाहर और दक्षिण मुंबई के अन्य क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। इस दौरान एनसीपी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार पर हमला बोला है और आरोप लगाया है कि वह ईडी का दुरुपयोग कर रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई में एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि पुलिस मुंबई और राज्य के अन्य हिस्सों में एनसीपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले रही है, यह सही नहीं है। शरद पवार आज दोपहर 2 बजे निश्चित रूप से ईडी कार्यालय जाएंगे। बीजेपी सरकार प्रवर्तन निदेशालय का दुरुपयोग कर रही है।
वहीं, मुंबई में एनसीपी के कार्यालय में एक पुलिस दल स्निफर डॉग के साथ पहुंचा है। मुंबई पुलिस के जोन 1 डीसीपी संग्राम सिंह निशंदर का कहना है कि हम किसी भी घटना की देखभाल करने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित हैं। पूरे इलाके में धारा 144 लागू है। हमने पर्याप्त सावधानी बरती है।
धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के अंतर्गत दर्ज शिकायत के तहत ईडी उन आरोपों की जांच कर रही है कि एमएससीबी के शीर्ष अधिकारी, अध्यक्ष, एमडी, निदेशक, सीईओ और प्रबंधकीय कर्मचारी तथा सहकारी चीनी फैक्टरी के पदाधिकारियों को अनुचित तरीके से कर्ज दिए गए। एजेंसी ने कर्ज देने और अन्य प्रक्रिया में कथित अनियमितता की जांच के लिए पवार, उनके भतीजे और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार तथा करीब 70 अन्य के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया था।
ईडी का मामला मुंबई पुलिस की प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें बैंक के निदेशकों, राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार और सहकारी बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों के नाम हैं। शरद पवार का नाम ईडी की शिकायत में पुलिस एफआईआर के आधार पर शामिल किया गया। (समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)