सुबह से जारी सियासी ड्रामे के बाद आखिरकार एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार दोपहर को कहा कि वह प्रवर्तन निदेशालय नहीं जाएंगे। पवार ने महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के भ्रष्टाचार से जुड़े धनशोधन मामले में नाम के बाद खुद ही ईडी दफ्तर जाने की बात कही थी। पवार ने शुक्रवार दोपहर 2 बजे ईडी कार्यालय जाने की घोषणा की थी। हालांकि, दोपहर आते-आते पवार ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर ईडी कार्यालय नहीं जाने की बात कही।
इससे पहले मुंबई पुलिस आयुक्त संजय बार्वे ने पवार से उनके आवास पर मुलाकात की और उनसे ईडी नहीं जाने का अनुरोध किया क्योंकि इससे कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है। पवार ने घोषणा की थी कि वह अपराह्न दो बजे ईडी कार्यालय जाएंगे जबकि एजेंसी ने उन्हें समन जारी नहीं किया है।
पवार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान ईडी की कार्रवाई मामले पर उनका समर्थन करने के लिए शिवसेना और कांगेस का शुक्रिया अदा किया और कहा कि एजेंसी के कदम से ऐसा लगता है कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। इससे पहले दिन के करीब एक बजे तक पवार ईजी कार्यालय जाने के अपने फैसले पर अड़े थे। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने दोपहर में पत्रकारों को बताया, 'ईडी ने एक ई-मेल भेजा है और कहा है कि शरद पवार को आज ईडी कार्यालय आने की जरूरत नहीं है। जब जरूरत होगी तो ईडी उन्हें तलब करेगी। लेकिन शरद पवार आज ईडी ऑफिस जाएंगे।'
शिवसेना ने दिया पवार का साथ
पूरे मसले पर शिवसेना के संजय राउत का भी बयान सामने आया। संजय राउत ने कहा, सरकार को ये देखना चाहिए कि क्या हो रहा है। ईडी को इस बारे में सरकार से चर्चा करनी चाहिए। पवार जी बड़े नेता हैं। उनके नेता पूरे राज्य में मौजूद हैं। इसकी निश्चित तौर पर प्रतिक्रिया देखने को मिलेगी।