एक और NCP विधायक वापस लौटा, छगन भुजबल बोले-49-50 विधायक हमारे साथ, 100 फीसदी बनेगी सरकार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 24, 2019 11:14 AM2019-11-24T11:14:35+5:302019-11-24T11:14:35+5:30
एनसीपी नेता छगन सिंह भुजबल ने आज सुबह एक बयान दिया है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि हमारे साथ 49 से 50 विधायक हैं।
महाराष्ट्र में सत्ता के लिए चल रहे राजनीतिक उठापटक के बीच एनसीपी नेता छगन सिंह भुजबल ने आज सुबह एक बयान दिया है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि हमारे साथ 49 से 50 विधायक हैं। ऐसे में साफ है कि हर हाल में 100% महाराष्ट्र में एनसीपी-शिवसेना व कांग्रेस की ही सरकार बनेगी।
Chhagan Bhujbal, NCP: 49-50 MLAs of the party are with us right now, 1-2 are coming too. All the MLAs have been kept together here. NCP-Congress-Shiv Sena government will be formed in Maharashtra, 100%. pic.twitter.com/q3WLLdMqxA
— ANI (@ANI) November 24, 2019
यही नहीं भुजबल ने दावा किया है कि अजित के साथ गए एक से दो और विधायक शरद पवार के पास वापस आएंगे। वहीं, कल एनसीपी पार्टी की बैठक में शामिल नहीं रहने वाले एक और विधायक बबन शिंदे भी आज शरद पवार के मुंबई स्थित उनके घर पर पहुंच गए हैं।
Maharashtra: Nationalist Congress Party (NCP) MLA Baban Shinde arrives at NCP Chief Sharad Pawar's residence in Mumbai. He did not attend the NCP Legislative Party Meeting yesterday. pic.twitter.com/7jYizGwnay
— ANI (@ANI) November 24, 2019
दूसरी ओर महाराष्ट्र में सत्ता संग्राम जारी है। इसी बीच खरीद फरोख्त से अपने विधायकों को बचाने के लिए कांग्रेस ने अपने नेताओं को अंधेरी के जेडब्ल्यू मैरियट होटल में शिफ्ट किया है। वहीं, एनसीपी नेता जयंत पाटिल शरद पवार से मिलने के लिए मुंबई स्थित उनके घर पर पहुंच गए हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि शरद पवार के आवास पर पार्टी की बैठक होने वाली है।
दूसरी ओर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शनिवार को शपथ लेने वाले एनसीपी नेता अजित पवार रविवार तड़के यहां चर्चगेट के पास अपने निजी आवास लौटे। सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने शनिवार मुंबई में अपने भाई के घर पर बिताया, जबकि उनके चाचा और राकांपा प्रमुख शरद पवार ने पार्टी की एक बैठक में भाग लिया, जहां राकांपा के अधिकांश विधायक मौजूद थे।
इस बीच, देवेंद्र फड़नवीस के दोबारा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद, रविवार को मुंबई में भाजपा विधायकों की एक बैठक होनी है। राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना दल यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके विधायकों की खरीद-फरोख्त न की जा सके। इसे देखते हुए, राकांपा और शिवसेना अपने विधायकों को मुंबई के लग्जरी होटलों में ले गई, जबकि कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि वे अपने विधायकों को जयपुर ले जा सकते हैं।