महाराष्ट्र में राजनीतिक उठापटक के बीच क्या साथ आएंगे उद्धव और राज ठाकरे? मुंबई में MNS कार्यकर्ताओं ने पोस्टर लगाकर की अपील
By विनीत कुमार | Published: July 3, 2023 12:06 PM2023-07-03T12:06:14+5:302023-07-03T12:14:00+5:30
मनसे कार्यकर्ताओं ने मुंबई में पोस्टर लगाकर राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे को साथ आने की अपील की है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीतिक परिस्थिति को देखते हुए दोनों को साथ आना चाहिए।
मुंबई: महाराष्ट्र की सियासित में घमासान मचा हुआ है। अजित पवार की 'बगावत' राज्य के सबसे कद्दावर नेताओं में से एक शरद पवार की पार्टी एनसीपी में टूट की आशंका जताई जाने लगी है। हालांकि फिलहाल, संतुलित बयान दोनों ओर से आ रहे हैं लेकिन यह लगभग तय हो चला है कि अजित पवार अलग राह पर निकल पड़े हैं।
महाराष्ट्र में मची इस राजनीतिक उठापटक के बीच राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे को साथ आने की आपील की है। इसे लेकर पोस्टर भी मुंबई की सड़कों पर नजर आए। हालांकि, फिलहाल यह साफ नहीं है कि इस पोस्टर में राज ठाकरे की भी सहमति है या नहीं।
'महाराष्ट्र की राजनीति में गंदगी आ गई है...'
मुंबई के दादर स्थित शिवसेना भवन के पास मनसे नेता लक्ष्मण पाटिल के नाम से एक पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर में बालासाहेब ठाकरे उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के कंधे पर हाथ रखे नजर आ रहे हैं। इस पोस्ट में मराठी में लिखा गया है कि महाराष्ट्र की राजनीति में बहुत गंदगी हो गई है...राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे आप दोनों के साथ आने की राह पूरा महाराष्ट्र देख रहा है।
#WATCH | MNS workers put up posters in Mumbai calling for MNS chief Raj Thackeray and Uddhav Thackeray to unite amidst the political situation in Maharashtra.
— ANI (@ANI) July 3, 2023
(Source: MNS) pic.twitter.com/1Mx9IkVz0K
दरअसल, शरद पवार की एनसीपी की ही तरह पिछले साल शिवसेना में बड़ी बगावत देखने को मिली थी जब एकनाथ शिंदे कई विधायकों के साथ अलग होते हुए भाजपा से मिल गए थे। शिवसेना में दो फाड़ के बाद शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बने। अब यही कहानी एनसीपी के साथ दोहराई गई है। अजित पवार सहित कई विधायक खुद को असल एनसीपी बताते हुए रविवार को महाराष्ट्र की सरकार में शामिल हो गए।