MNS चीफ राज ठाकरे ने कहा- नागरिकता संशोधन कानून उन मुसलमानों के लिए नहीं है जो यहां पैदा हुए थे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 9, 2020 05:13 PM2020-02-09T17:13:51+5:302020-02-09T17:14:09+5:30
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में और अवैध पाकिस्तानी-बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने के लिए आज मनसे प्रमुख राज ठाकरे मुंबई में अपने बेटे अमित ठाकरे के साथ मिलकर एक मार्च निकाला।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) चीफ राज ठाकरे ने रविवार (09 फरवरी) को कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि जो मुस्लिम लोग नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे थे, वे ऐसा कर क्यों रहे थे। सीएए उन मुसलमानों के लिए नहीं है जो यहां पैदा हुए थे। आप किसको अपनी ताकत दिखा रहे हैं?
इस कानून के समर्थन में और अवैध पाकिस्तानी-बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने के लिए आज मनसे प्रमुख राज ठाकरेमुंबई में अपने बेटे अमित ठाकरे के साथ मिलकर एक मार्च निकाला।
Raj Thackeray, Maharashtra Navnirman Sena (MNS) in Mumbai: I don't understand why the Muslims who were protesting against the Citizenship Amendment Act, were doing so. CAA is not for the Muslims who were born here. To whom are you showing your strength? pic.twitter.com/LNz7gZT3N2
— ANI (@ANI) February 9, 2020
अमित ठाकरे को पिछले हफ्ते एमएनएस के महाधिवेशन में 'नेता' के रूप में औपचारिक रूप से लॉन्च किया गया था। इस 'महामोर्चे' में मनसे के हजारों कार्यकर्ताओं के शामिल होने की उम्मीद है। यह जुलूस हिंदू जिमखाना से शुरू होगा और मरीन ड्राइव से होते हुए दक्षिणी मुंबई स्थित आजाद मैदान में समाप्त होगा, जहां ठाकरे जनसभा को संबोधित करेंगे।
इस जुलूस के मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात किया जाएगा। इससे पहले मुंबई पुलिस ने मनसे को मुस्लिम बहुल दक्षिण-मध्य मुंबई में मोहम्मद अली रोड से जुलूस निकालने की अनुमति देने से मना कर दिया था।
मुंबई पुलिस प्रवक्ता ने कहा, 'स्थानीय पुलिस के अलावा राज्य रिजर्व पुलिस बल, दंगा रोधी पुलिस, त्वरित कार्य बल, बम निरोधक दस्ता और 600 अतिरिक्त पुलिसकर्मी मोर्चे के मार्ग पर तैनात किए जाएंगे।' उन्होंने कहा कि भीड़ में सादे कपड़ों में भी पुलिस तैनात रहेगी और ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी से भी निगरानी रखी जाएगी। एमएनएस ने प्रचार के लिए टीजर लॉन्च किया है।
पार्टी ने हालांकि स्पष्ट किया है कि यह जुलूस सीएए-एनआरसी-एनपीआर के समर्थन में नहीं, बल्कि देश में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी-बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ है।