महाराष्ट्रः राजमार्गों को ‘टोल-फ्री’ करने के भाजपा के चुनावी वादे का क्या हुआ, मनसे प्रमुख ठाकरे ने पूछा, शिंदे-भाजपा सरकार में शामिल विधायकों का एनसीपी प्रमुख पवार का आशीर्वाद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 27, 2023 02:23 PM2023-07-27T14:23:43+5:302023-07-27T14:25:34+5:30
नितिन गडकरी का जिक्र करते हुए राज ठाकरे ने कहा, ‘‘केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री एक मराठी हैं और महाराष्ट्र से ताल्लुक रखते हैं लेकिन राज्य में सड़कें बदतर हालत में हैं। इससे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता।’’
पुणेः महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से पूछा कि राज्य के राजमार्गों को ‘‘टोल-फ्री’’ बनाने के उसके चुनावी वादे का क्या हुआ।
उन्होंने एक बार फिर दावा किया कि इस महीने की शुरुआत में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कुछ विधायकों के एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार में शामिल होने के कदम को राकांपा सुप्रीमो शरद पवार का आशीर्वाद प्राप्त है। यहां पत्रकारों से बात करते हुए ठाकरे ने महाराष्ट्र में सड़कों की स्थिति को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर भी निशाना साधा।
पुलिस ने कहा था कि मनसे के कुछ कार्यकर्ताओं ने नासिक में एक टोल प्लाजा पर कथित तौर पर तोड़फोड़ की, क्योंकि पार्टी नेता अमित ठाकरे को वहां रोक दिया गया था। अमित ठाकरे, राज ठाकरे के बेटे हैं। इसका जिक्र करते हुए मनसे प्रमुख ने कहा, ‘‘मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा टोल प्लाजा पर तोड़फोड़ की घटना उस बूथ के कर्मचारियों द्वारा अमित ठाकरे के साथ दुर्व्यवहार के बाद हुई।’’
ठाकरे ने कहा, ‘‘फास्टैग होने के बावजूद अमित ठाकरे को रोका गया और टोल प्लाजा पर अभद्र व्यवहार किए जाने के बाद यह प्रतिक्रिया आई।’’ उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा के बजाय भाजपा को राज्य राजमार्गों को ‘टोल फ्री’ बनाने के अपने चुनावी वादे पर बोलना चाहिए।
मनसे प्रमुख ने मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पर हुए हादसों का जिक्र करते हुए कहा कि नवनिर्मित राजमार्ग पर अब तक 400 लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा, ‘‘राजमार्ग पर कोई सुरक्षा रेलिंग नहीं है। क्या भाजपा या सरकार जिम्मेदारी लेगी?’’
गडकरी का जिक्र करते हुए राज ठाकरे ने कहा, ‘‘केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री एक मराठी हैं और महाराष्ट्र से ताल्लुक रखते हैं लेकिन राज्य में सड़कें बदतर हालत में हैं। इससे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण कुछ नहीं हो सकता।’’