ठाकरे परिवार के चुनाव लड़ने वाले पहले सदस्य आदित्य ठाकरे ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए गुरुवार को वर्ली सीट से नामांकन दाखिल करते हुए चुनावों में अपना डेब्यू किया।
आदित्य ठाकरे ने गुरुवार को वर्ली विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। उन्होंने 21 अक्टूबर को होने वाले मतदान से पहले अपना पर्चा दाखिल किया। आदित्य चुनाव लड़ने वाले ठाकरे परिवार के पहले सदस्य हैं। आदित्य के नामांकन में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अलावा परिवार के कई अन्य सदस्य शामिल हुए।
आदित्य ने किया नामांकन से पहले विशाल रोड शो
शिवसेना के युवा नेता आदित्य ने लोअर परेल स्थित शिव सेना ऑफिस से अपना रोड शो शुरू किया और वर्ली के बीएमसी इंजीनियरिंग हब में इसका समापन किया, जहां उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया।
सफेद कुर्ते में नजर आ रहे आदित्य ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं, आप लोगों का प्यार देख सकते हैं।'
आदित्य के नामांकन में दिखा शिवसैनिकों का उत्साह
आदित्य एक खुली जीप में गलियों में लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार करते नजर आए। उनकी इस रैली में हजारों की संख्या में शिवसैनिक हाथ में उनका पोस्टर लिए उनके समर्थन में दिखे। ये मौका शिवसेना के लिए अपने शक्ति प्रदर्शन का अवसर बन गया, जो आदित्य को मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर पेश कर रही है।
आदित्य के रोड शो में जाने से पहले शिवसेना के कार्यकर्ता ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर पार्टी के रंग के कपड़े पहने और हाथों में अपने युवा नेता के समर्थन में बैनर और झंडे लहरा रहे थे, जिसमें 'सेना भी तैयार, सेनापति भी तैयार' जैसे स्लोगन लिखे थे। एक साउथ इंडियन पारंपरिक बैंड 'नाद स्वरम' ने संगीत की छटा बिखेरी।
पूरे वर्ली में आदित्य ठाकरे के बड़े-बड़े होर्डिंग्स नजर आए। यहां से उनकी जीत लगभग तय मानी जा रही है, क्योंकि ये शिवसेना का मजबूत गढ़ है और हाल के दिनों में इसे सिर्फ एनसीपी के सचिन अहीर ही ढहा पाए हैं।
आदित्य ने दादा बाल ठाकरे की तस्वीर के आगे झुकाया सिर
आदित्य ने गुरुवार सुबह नामांकन के लिए जाने से पहले अपने दादा और शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की तस्वीरों के आगे सिर झुकाकर प्रार्थना की।
आदित्य के नामांकन के लिए शिवसेना ने पूरे वर्ली में कई भाषाओं में इस युवा नेता को बधाई देने वाले संदेश लगा रखे हैं। साथ ही आदित्य के नामांकन में हजारों शिवसैनिकों ने एक विशाल रैली निकाली है।
1966 में बाल ठाकरे द्वारा शिवसेना की स्थापना के बाद से आदित्य ठाकरे चुनाव लड़ने वाले ठाकरे परिवार के पहले सदस्य हैं। उनसे पहले ठाकरे परिवार के किसी सदस्य ने न तो चुनाव लड़ा था और न ही कभी कोई संवैधानिक पद धारण किया है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने अपने भतीजे आदित्य के खिलाफ वर्ली से कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारा है।