आषाढ़ी एकादशी शोभायात्राः भगवान विट्ठल के अनुयायियों को बीमा कवर, वैधता 30 दिन की होगी, मृत्यु हो जाने पर निकट परिजन को पांच लाख रुपये, जानें अन्य सुविधाएं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 21, 2023 16:23 IST2023-06-21T16:22:50+5:302023-06-21T16:23:53+5:30
Ashadhi Ekadashi Shobhayatra: भगवान विट्ठल के अनुयायियों को वारकरी कहा जाता है। संप्रदाय के लोग विभिन्न संतों को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रत्येक वर्ष राज्य के विभिन्न हिस्सों में शोभायात्रा निकालते हैं।

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Ashadhi Ekadashi Shobhayatra: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि भगवान विट्ठल के अनुयायियों को पंढरपुर में संपन्न होने वाली आषाढ़ी एकादशी शोभायात्रा के दौरान बीमा कवर प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक बयान में कहा कि बीमा कवर की वैधता 30 दिन की होगी।
उल्लेखनीय है कि भगवान विट्ठल के अनुयायियों को वारकरी कहा जाता है। इस संप्रदाय के लोग विभिन्न संतों को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रत्येक वर्ष राज्य के विभिन्न हिस्सों में शोभायात्रा निकालते हैं। शोभायात्रा आषाढ़ी एकादशी के दिन सोलापुर जिले के पंढरपुर शहर में संपन्न होगी।
महाराष्ट्र में भगवान विट्ठल के अनुयायियों द्वारा यह उत्सव हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष आषाढ़ी एकादशी 29 जून को है। मुख्यमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, पंढरपुर तक ‘वारी’ (शोभायात्रा) के दौरान वारकरी संप्रदाय के किसी सदस्य की मृत्यु हो जाने पर उसके निकट परिजन को पांच लाख रुपये (बीमा की राशि के तौर पर) दिया जाएगा।
इसमें कहा गया है कि यदि शोभायात्रा के दौरान संप्रदाय का सदस्य अस्थायी रूप से अशक्त हो जाता है तो उसे एक लाख रुपये मिलेंगे, जबकि आंशिक अशक्तता की स्थिति में व्यक्ति को 50,000 रुपये मिलेंगे। शोभायात्रा के दौरान किसी अनुयायी के बीमार पड़ने पर उसे उपचार के लिए 35,000 रुपये मिलेंगे। परंपरा के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पंढरपुर स्थित भगवान विट्ठल के मंदिर में प्रत्येक वर्ष आषाढ़ी एकादशी के दिन पूजा-अर्चना करते हैं।