मध्य प्रदेश: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ को किया शुरू, रोजगार के लिए युवाओं को किया जाएगा स्किल
By संजय परोहा | Updated: July 4, 2023 21:00 IST2023-07-04T21:00:39+5:302023-07-04T21:00:39+5:30
भोपाल के रविंद्र भवन में सीखो-कमाओ योजना पोर्टल में युवाओं का पंजीयन प्रारंभ किया गया। खुद मुख्यमंत्री ने पोर्टल में एक युवा का पंजीयन करते हुए इसकी शुरुआत की।

मध्य प्रदेश: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ को किया शुरू, रोजगार के लिए युवाओं को किया जाएगा स्किल
भोपाल: सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ का शुभारंभ किया। भोपाल के रविंद्र भवन में सीखो-कमाओ योजना पोर्टल में युवाओं का पंजीयन प्रारंभ किया गया। खुद मुख्यमंत्री ने पोर्टल में एक युवा का पंजीयन करते हुए इसकी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि ये एक अद्भुत योजना है और अब तक भारत में कहीं और इस तरह की योजना नहीं है। इस अवसर पर यहां वीडी शर्मा, यशोधराराजे सिंधिया, डॉ मोहन यादव, मीना सिंह, उषा ठाकुर सहित कई मंत्री शामिल हुए।
सीएम ने कहा कि युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए बीजेपी सरकार कृत संकल्पित है। मैंने 15 अगस्त, 2022 को सरकारी नौकरियों में एक लाख पदों पर भर्ती की घोषणा की थी। अब तक 55,000 पदों पर भर्तियां की जा चुकी हैं और बाकी पदों पर 15 अगस्त तक भर्तियां पूरी कर ली जायेंगी। उन्होंने कहा कि आगे भी निरंतर सरकारी नौकरियां दी जाएंगी, लेकिन सभी को सरकारी नौकरी मिल पाना संभव नहीं। इसीलिए युवाओं को विभिन्न कामों में कुशल बनाकर उन्हें प्राइवेट सेक्टर में नौकरी दिलाने और उनका खुद का काम प्रारंभ करने के लिए भी सरकार उनकी सहायता करेगी।
इसी उद्देश्य के साथ ये योजना शुरू की गई है। उन्होने कहा कि 15 लाख 42 हजार 550 करोड़ का निवेश मध्य प्रदेश की धरती पर लाने के कमिटमेंट किए गए हैं। उन्होंने कहा कि भोपाल में सिंगापुर के सहयोग से “ग्लोबल स्किल सेंटर” बन रहा है। इसमें हम एक साथ 6,000 बच्चों को स्किल्ड करने का काम करेंगे और बाद में इस संख्या को बढ़ाकर 10,000 तक ले जाएंगे। साथ ही अन्य शहरों में भी ग्लोबल स्किल सेंटर बनाए जाएंगे।
सीएम ने कहा कि वे कभी भी बेरोजगारी भत्ता देने के पक्ष में नहीं है। चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं देती, वो अपने बच्चों को पंख देती है जिससे वो अनंत आसमान में ऊंची उड़ान भर सकें। इसीलिए मैं भी युवाओं को पंख देने आया हूं। इस योजना के लिए आयु सीमा 18 वर्ष से 29 वर्ष रखी गई है। इस आयुसीमा में आने वाले युवाओं को मध्य प्रदेश का स्थायी निवासी होना आवश्यक है। इसी के साथ न्यूनतम शिक्षा 12वीं होनी चाहिए। 12वीं से लेकर, आईटीआई, डिप्लोमा और ग्रेजुएशन डिग्री हो सकती है।
इसी के साथ उनका समग्र पोर्टल पर ईकेवाईसी होना जरुरी है। जिन युवाओं ने अब तक ये नहीं किया है वो एमपी ऑनलाइन पर इसे करा सकते हैं। पंजीयन के लिए युवा की मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी चालू स्थिति में होनी चाहिए। इसी के साथ बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए और बैंक अकाउंट में डीबीटी इनेबल्ड हो क्योंकि स्टाइपेंड की राशि डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर के माध्यम से उनके अकाउंट में भेजी जाएगी।