बिहार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) की मंगलवार (28 जनवरी) हुई पहली पाली की परीक्षा में कई केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने खूब हंगामा किया तो वहीं मुजफ्फरपुर के एक केंद्र पर पहली पाली की परीक्षा रद्द कर दी गई. परीक्षार्थियों ने प्रश्न पत्र लीक हो जाने को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया. हंगामा कर रहे लोगों का कहना था कि परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्न पत्र कॉलेज प्रशासन द्वारा लीक कर दिया गया है इसलिए परीक्षा में शामिल नही होंगे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पहली पाली की परीक्षा में आरा-औरंगाबाद-शेखपुरा-सहरसा-समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर जिले के परीक्षाकेंद्रों पर परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा किया. हंगामे के दौरान छात्राएं रोने लगीं. जहां नवादा थाना क्षेत्र के हित नारायण क्षत्रिय उच्च विद्यालय के परीक्षाकेंद्र में एसटीईटी से वंचित परीक्षार्थियों ने परीक्षा शुरू होने से पहले जमकर हंगामा किया.
उनका आरोप है कि समय से पहुंचने के बाद भी उन्हें सेंटर के अंदर नहीं जाने दिया गया, जिससे दर्जनों परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित रह गए. औरंगाबाद में हंगामा की सूचना मिलते ही एसडीओ डॉ प्रदीप कुमार, एएसपी अभियान राजेश कुमार, एसडीपीओ अनूप कुमार दल-बल के साथ सिन्हा कॉलेज पहुंचे और लीक हुए प्रश्न पत्र का मिलान किया.
प्रश्न पत्र का मिलान किये जाने के बाद पाया गया कि किसी तरह का कोई भी प्रश्न पत्र लीक नहीं हुआ है. यह सिर्फ अफवाह है. काफी देर तक समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था. इसके बाद पुलिस ने छात्रों के प्रदर्शन को उग्र होता देख लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस के लाठीचार्ज करने से कॉलेज परिसर में भगदड़ मच गई.
वहीं, हंगामा कर रहे कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया. उसके बाद करीब दो घंटे बाद परीक्षा शुरू हुई. इधर, सहरसा में एसटीईटी परीक्षा में ओएमआर शीट की कमी के कारण छात्राओं ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया है. परीक्षार्थी इसके लिए परीक्षा सेंटर के प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं. महिला परीक्षार्थियों ने रो-रोकर हंगामा किया.
वहीं, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में अभ्यर्थियों ने हंगामा किया. उनका आरोप था कि थोड़ा विलंब होने पर उन्हें परीक्षा केंद्र के अंदर दाखिल नहीं होने दिया गया. मुजफ्फरपुर में एसटीईटी परीक्षा के दौरान एलपी शाही इंटरमीडिएट महाविद्यालय, पताही पर हंगामे को देखते हुए पहली पाली की परीक्षा रद्द कर दी गई.
हंगामा करते हुए परीक्षार्थी प्रश्नपत्र लेकर केंद्र से बाहर निकल गए. कई अपने साथ लेते गए. परीक्षार्थियों ने आरोप लगाया कि सेंटर पर बिना सील प्रश्नपत्र आया, जिसका वितरण किया गया। अंग्रेजी के परीक्षार्थियों के बैठने के लिए कमरे का निर्धारण नहीं किया गया था. बहुत गड़बड़ी की जा रही है. वहां पहली पाली की परीक्षा स्थगित की गई. वहीं, बालूघाट स्थित केडिया गर्ल्स हाईस्कूल में भी परीक्षार्थियों ने हंगामा किया.
उधर, समस्तीपुर के तिरहुत एकेडमी के पास भी एसटीईटी परीक्षार्थियों ने हंगाम किया. इसके बाद सड़क जाम कर दिया. उनका आरोप है कि रिपोर्टिंग टाइम से पहले गेट बंद कर दिया गया था. जिससे वे प्रवेश करने से वंचित हो गए. वहीं, परीक्षार्थियों ने यह भी आरोप लगाया है कि सेंटर पर बिना सील प्रश्नपत्र आया, जिसका वितरण किया गया.
अंग्रेजी के परीक्षार्थियों के बैठने के लिए कमरे का निर्धारण नहीं किया गया था. समस्तीपुर में शिक्षक पात्रता परीक्षा के दौरान केन्द्र पर हंगामा कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठियां भी चटकाईं. केन्द्र पर तैनात पुलिस कर्मी व दंडाधिकारी ने अभ्यर्थियों को समझाने का प्रयास किया. बाबजूद इसके अभ्यर्थि उग्र हो गए. तिरहुत एकेडमी परीक्षा केन्द्र के निकट अभ्यर्थियों ने सड़क जाम कर दिया. फिर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए एहतियातन पुलिस ने लाठियां चटकाईं.
यहां बता दें कि इस परीक्षा में 2019 में राज्यभर से दो लाख, 47 हजार, 241 परीक्षार्थी शामिल हुए. इसके लिए बिहार बोर्ड ने राज्यभर में 317 परीक्षा केंद्र बनाए थे. दो पाली में अयोजित एसटीईटी की प्रथम पाली में एक लाख, 81 हजार, 738 जबकि दूसरी पाली में 65 हजार, 503 परीक्षार्थी शामिल होना था.