लखनऊ: उत्तरप्रदेश सरकार के मंत्री और अपना दल (सोनेलाल) के नेता आशीष पटेल ने जातिगत जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया है। यूपी के प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा है कि उनकी पार्टी जातिगत जनगणना के समर्थन में है और उसे उम्मीद है कि केंद्र की मोदी सरकार इस मामले में सकारात्मक फैसला करेगी।
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में पत्रकारों से बात करते हुए आशीष पटेल ने कहा, "मेरी पार्टी प्रारम्भ से जातिगत जनगणना की मांग करती चली आयी है। जहां तक पिछड़ों की बात है तो चाहे नीट की परीक्षा हो या केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूल हो, उनमें प्रवेश परीक्षा में पिछड़ों को आरक्षण देने का काम पीएम नरेन्द्र मोदी की सरकार ने किया है। इससे यह साबित होता है कि उन्हें पिछड़ों की कितनी ज्यादा चिंता है।"
उत्तरप्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने आगे कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जिस प्रकार इन परीक्षाओं में केन्द्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार ने आगे बढ़कर निर्णय लिया, वैसा ही फैसला निकट भविष्य में मोदी सरकार जातिगत जनगणना को लेकर भी करेगी। जब सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव रक्षा मंत्री थे, तब उन्होंने सैनिक स्कूल की परीक्षा में पिछड़ों को आरक्षण क्यों नहीं दिया? सपा की कथनी और करनी में बहुत फर्क है। सपा सिर्फ वोट बैंक साधने के लिये जातिगत जनगणना को लेकर शोर मचा रही है।"
बता दें कि लंबे समय से देश में जातीय जनगणना की मांग हो रही है। कुछ राजनीतिक दल और राजनेता इसे लेकर लगातार मुखर भी रहे हैं। राजनीतिक दलों का कहना है कि इससे दलित, पिछड़ों की सही संख्या मालूम चलेगी और उन्हें तभी उनका उचित प्रतिनिधित्व मिलेगा। इस मुद्दे पर सबसे चौंकाने वाला फैसला बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। नीतीश कुमार की सरकार ने जातीय जनगणना कराने का ऐलान किया है और इस साल मई तक यह काम पूरा करने का दावा किया है।