लखनऊः उत्तर प्रदेश के 30 से अधिक जिलों में मानसून किसानों की दिक्कतों में इजाफा कर रहा है. इन जिलों में अभी तक कम बारिश हुई है. जिसके चलते करीब एक करोड़ किसान धान की रोपाई नहीं कर पा रहे हैं. हालांकि इन जिलों में किसान धान की रोपाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार है लेकिन खेत में पानी नहीं होने की वजह से इन जिलों में 55 फीसदी से भी कम रोपाई अब तक हो पाई है. ऐसे में इन जिलों में सूखे जैसे हालात हैं. इस खरीफ सीजन में उक्त जिलों में धान की खेती प्रभावित होने की आशंका किसानों के घर कर गई है. सरकार को भी इन जिलों के किसानों की चिंता हुई है. राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने उक्त जिलों में बिजली की आपूर्ति को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. ताकि नलकूप के जरिए किसान धान की रोपाई कर सके.
इन जिलों में कम बारिश, किसान परेशान
कृषि विभाग के अफसरों के अनुसार, राज्य 30 से अधिक जिलों में 50 फीसदी से कम बारिश अभी तक हुई है. देवरिया सहित पूर्वांचल के 16 जिलों में 40 फीसदी से भी कम बारिश अभी तक हुई है. यह 16 जिले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रभाव वाले जिले हैं. इस कारण से इन जिलों के किसान भाजपा के विधायकों पर बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित कराने का दबाव बना रहे हैं.
ताकि उन्हे धान रोपने के लिए नहर और नलकूप के जरिए पानी मिल सके. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, कम बारिश का सबसे ज्यादा प्रभाव देवरिया के किसानों पर पद रहा है. देवरिया में अभी तक मात्र 6.5 फीसदी बारिश ही हुई है. इसके बाद नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) का स्थान है, इस जिले में 13.2 फीसदी बारिश अभी तह हुई है.
इसी तरह से कुशीनगर जिले में 20.4 फीसदी, शामली में 21.1 फीसदी और संत कबीर नगर जिले में 23.2 फीसदी बारिश हुई है. बेहद कम बारिश होने के कारण इन जिलों में किसान अभी तक किसान अपने खेतों में धान की रोपाई नहीं कर सके है. किसानों का कहना हैं, वह कम बारिश की मार के साथ बिजली की कमी से भी जूझ रहे हैं.
क्योंकि अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा लोड के कारण ट्रांसफार्मर जल गए हैं. नहरों में भी पानी नहीं है. इस कारण इन जिलों में ज्यादातर खेत अभी खाली पड़े हैं. मौसम विभाग के अफसरों का कहना है कि मानसून की सक्रियता कमजोर है. इस वजह से इन जिलों में 40 फीसदी से कम बारिश हुई है. उम्मीद है जल्दी ही स्थिति सामान्य होगी.
मंत्री को मानसून में सुधार की उम्मीद
इसके विपरीत बुंदेलखंड, रूहेलखण्ड और मध्य यूपी के जिलों में बारिश की मेहरबानी हुई है. इन सभी जिलों में हुई बेहतर बारिश के कारण किसानों ने धान की रोपाई कर दी है. कृषि विभाग के अफसरों के अनुसार, बुंदेलखंड के बांदा में 234 फीसदी, ललितपुर में 242 फीसदी, चित्रकूट में 201 फीसदी, महोबा में 197 फीसदी और हमीरपुर में 198 फीसदी बारिश हुई है.
अधिकारियों का कहना है कि सूबे के करीब 40 जिलों में 80 से 120 फीसदी बारिश अभी तक हुई है, जिसके चलते इन 40 जिलों में किसानों ने धान की रोपाई की है. अब किसान यह माना रहे हैं कि बारिश का यह सिलसिला जारी रहे ताकि उनकी फसल सूखे की चपेट में ना आने पाए. फिलहाल सूबे के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही यह कह रहे हैं कि जिन जिलों में 40 फीसदी से भी कम बारिश हुई है,
वहां किसानों को राहत दिलाने के लिए विभाग प्रयास कर रहा है. जिसके चलते सिंचाई विभाग के अधिकारियों को नहरों से किसानों को पानी आपूर्ति करने और ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को गांवों में बिजली की आपूर्ति करने को कहा गया है. शाही कहते हैं कि 31 जुलाई तक मानसून में सुधार आने की उम्मीद है, इसके बाद आगे की रणनीति तैयार ही जाएगी.
यूपी में अब तक हुई बारिश
16 जिलों में सामान्य से ज्यादा (120 फीसदी)18 जिलों में सामान्य (80 - 120 फीसदी)12 जिलों में सामान्य से कम (60- 80 फीसदी)13 जिले अत्यधिक कम (40- 60 फीसदी)16 जिले अल्प मात्रा (40 फीसदी से कम)