'कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि ना देने वाले अपराधियों के मरने पर फातिहा पढ़ने गए', योगी आदित्यानाथ का अखिलेश पर तंज
By राजेंद्र कुमार | Updated: August 21, 2024 19:44 IST2024-08-21T19:41:47+5:302024-08-21T19:44:21+5:30
सीएम योगी लखनऊ में आयोजित स्व. कल्याण सिंह की तृतीय पुण्यतिथि पर 'हिंदू गौरव दिवस' के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की जनता की ओर से बाबूजी (कल्याण सिंह) को श्रद्धांजलि अर्पित की.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
लखनऊ: मौका कोई भी हो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब अपनी हिंदुत्ववादी छवि को निखारने और कानून व्यवस्था के मोर्चे पर समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला बोलने लग जाते हैं. बुधवार को भी लखनऊ में यहीं हुआ. सीएम योगी लखनऊ में आयोजित स्व. कल्याण सिंह की तृतीय पुण्यतिथि पर 'हिंदू गौरव दिवस' के कार्यक्रम में सम्मिलित हुए. इस दौरान उन्होंने प्रदेश की जनता की ओर से बाबूजी (कल्याण सिंह) को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसी दरमियान सीएम योगी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला और कहा कि बाबूजी को श्रद्धांजलि ना देने वाले अपराधी के मरने पर फातिहा पढ़ने वाले सत्ता से चले गए. यह हमे याद रखना है. इसके बाद सीएम योगी ने दावा किया कि हम समाज को बांटने नहीं देंगे.
सीएम योगी का ऐलान
सीएम योगी ने यह भी कहा कि जातीयता का जहर घोलने वाले लोग भारत को कमजोर करने का काम कर रहे हैं. ये लोग हेम आपस में बांट रहे रहे हैं तो दूसरी तरफ तुष्टीकरण की आड़ में उत्तर प्रदेश को दंगे की आग में झोकने का काम कर रहे हैं. ऐसी ताकतों का हम एकजुट होकर मुक़ाबला करेंगे. वैसे भी जनता को छलने वाले ऐसे लोगों की गुंडागर्दी और अराजकता की दुकानें डबल इंजन की सरकार ने बंद कर दी हैं. प्रदेश की जनता को चिंतित होने की जरूरत नहीं, क्योंकि प्रदेश में जीरो टॉलरेंस की जिस नीति को 1991 में श्रद्धेय बाबू जी ने लागू किया था, वो आज भी लागू है. डबल इंजन की ये सरकार प्रदेश में अपराध और अपराधियों, भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ काम करेगी, चाहे इसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े. प्रदेश की जनता जनार्दन का बाल भी बांका नहीं होने दिया जाएगा.
सीएम योगी बोले, हिंदू भारत की सुरक्षा की गारंटी है
वास्तव में सीएम योगी कल्याण सिंह जैसे बड़े नेता के निधन पर सपा नेताओं द्वारा उन्हे श्रद्धांजलि ना देने को नोटिस में लिया था. यही वजह है कि सीएम योगी ने कल्याण सिंह के योगदान पर भी विस्तार चर्चा करते हुए यह कहा कि श्रद्धेय बाबू जी के दिवंगत होने पर श्रद्धांजलि देने जाने की बात तो दूर सपा मुखिया के मुंह से संवेदना का एक भी शब्द नहीं निकला था. वहीं प्रदेश का एक दुर्दांत माफिया मरा था तो फातिहा पढ़ने वो उसके गांव तक चले गए थे. क्या यही पीडीए है? यह सवाल करते हुए सीएम योगी ने कल्याण सिंह के योगदान का उल्लेख किया. फिर उन्होने कहा कि आज जब हम लोग बाबू जी की तीसरी पुण्यतिथि को 'हिंदू गौरव दिवस' के रूप में मना रहे हैं तो हमें हिंदू एकता के महत्व को समझना पड़ेगा. हिंदू कोई जाति, मत और मजहब नहीं है. यह किसी संकीर्ण दायरे का माध्यम नहीं है. यह भारत की सुरक्षा की गारंटी है, ये भारत की एकता और एकाग्रता की गारंटी है. हमें याद रखना जब तक भारत का मूल सनातन हिंदू समाज मजबूत है भारत की एकता और अखंडता को दुनिया की कोई ताकत चुनौती नहीं दे सकती, लेकिन जिस दिन यह एकता खंडित होगी उस दिन भारत को फिरके-फिरके में बांटने की विदेशी साजिशें सफल होती दिखाई देंगी. हमें इन साजिशों को सफल नहीं होने देना है. यह कहते हुए सीएम योगी ने कल्याण सिंह के संघर्षों और चुनौतियों की यात्रा को शिखर से शून्य की यात्रा करार दिया. और कहा कि कोई व्यक्ति कल्याण सिंह अचानक नहीं बन जाता. कल्याण सिंह बनने के लिए संघर्ष, चुनौती, त्याग और बलिदान का मार्ग चुनना पड़ता है. सत्ता को ठुकराना तक पड़ता है.