कर्नाटक के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कांग्रेस द्वारा उन पर सीएम रहते बीजेपी के शीर्ष नेताओं को 1800 करोड़ रुपये दिये जाने के आरोपों को खारिज किया है। कांग्रेस के शुक्रवार को एक प्रेस-कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाये जाने के कुछ ही देर बाद येदियुरप्पा मीडिया के सामने आये और कहा कि कांग्रेस पीएम मोदी की बढ़ती लोकप्रियता से परेशान है और इसलिए ऐसी बाते कह रही है।
येदियुरप्पा ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी और इसके नेताओं के पास सोचने को कुछ नहीं है। वे मोदी की लोकप्रियता से परेशान हैं, वे लड़ाई शुरू होने से पहले ही हार गये हैं। आईटी डिपार्टमेंट पहले ही इन दस्तावेजों को जाली बता चुका है।'
साथ ही येदियुरप्पा ने कहा, 'उन्होंने आने वाले चुनाव को देखते हुए फायदा लेने के लिए मीडिया में यह स्टोरी प्लांट की। कांग्रेस ने जो मुद्दे उठाये हैं वे अप्रासंगिक और गलत हैं। मैं सीनियर वकीलों से चर्चा कर रहा हूं ताकि उक्त व्यक्ति के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया जा सके।'
इससे पहले कांग्रेस ने 'The Caravan' पत्रिका में छपी रिपोर्ट के हवाले से बीजेपी पर 1800 करोड़ रुपये 'रिश्वत' लेने का आरोप लगाया था। कांग्रेस की ओर से कहा गया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहने के दौरान बीएस येदियुरप्पा ने 1800 करोड़ रुपये बीजेपी के शीर्ष नेताओं को पहुंचाये। सुरजेवाला ने एक डायरी का जिक्र करते हुए कहा, 'इसमें येदियुरप्पा सहित कई सीनियर बीजेपी नेताओं के नाम हैं और जो खुद को चौकीदार कहते हैं उन्हें इसकी जांच करानी चाहिए।'
रणदीप ने कहा, 'इस डायरी में बीजेपी नेता राजनाथ सिंह से लेकर अरुण जेटली के नाम है। बीजेपी नेताओं पर 1800 करोड़ रुपये रिश्वत लेने का जिक्र है। क्या ये गलत है या सही है? इस पर येदियुरप्पा का हस्ताक्षर है। यह डायरी 2017 से इनकर टैक्स विभाग के पास है। अगर ऐसा है तो मोदी जी और बीजेपी इसकी जांच क्यों नहीं कराते?'