लाइव न्यूज़ :

अगले साल फिजी में आयोजित होगा विश्व हिन्दी सम्मेलन, 15-17 फरवरी तक चलेगा आयोजन, सम्मेलन के शुभंकर और वेबसाइट का लोकार्पण

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 27, 2022 16:55 IST

विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि फिजी में हिन्दी की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये भारत की ओर से एक भाषा प्रयोगशाला भेंट की जायेगी जिसके माध्यम से लोगों को सुगमता से हिन्दी सीखने में मदद मिलेगी।

Open in App
ठळक मुद्दे अगले विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन 15-17 फरवरी 2023 को फिजी के नांडी में होगा।विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 12वें विश्व हिन्दी सम्मेलन के शुभंकर और वेबसाइट का लोकार्पण किया। विश्व हिन्दी सम्मेलन के आयोजन को लेकर तीन उप समितियों का गठन किया गया है

नयी दिल्लीः अगले विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन 15-17 फरवरी 2023 को फिजी के नांडी में होगा। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस अवसर पर 12वें विश्व हिन्दी सम्मेलन के शुभंकर और वेबसाइट का लोकार्पण किया। मुरलीधरन ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘12वें विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन अगले साल 15-17 फरवरी तक फिजी के नांडी में किया जायेगा। इसका आयोजन विदेश मंत्रालय और फिजी सरकार के सहयोग से किया जा रहा है।’’

विश्व हिन्दी सम्मेलन के शुभंकर का चयन एक विश्वस्तरीय प्रतिस्पर्धा के माध्यम से किया गया है

विश्व हिन्दी सम्मेलन के शुभंकर का चयन एक विश्वस्तरीय प्रतिस्पर्धा के माध्यम से किया गया है। इसके लिये 1436 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं और इनमें से 78 प्रविष्टियों पर अंतिम रूप से विचार करने के बाद मुम्बई के मुन्ना कुशवाहा द्वारा परिकल्पित शुभंकर का चयन किया गया। विजेता को 75 हजार रूपये का नकद पुरस्कार दिया जायेगा। विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि फिजी में हिन्दी की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये भारत की ओर से एक भाषा प्रयोगशाला भेंट की जायेगी जिसके माध्यम से लोगों को सुगमता से हिन्दी सीखने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दी सम्मेलन के आयोजन को लेकर तीन उप समितियों का गठन किया गया है जो सम्मेलन के कार्यक्रम, स्मारिका और हिन्दी सम्मान प्रदान किए जाने से संबंधित हैं।

मुरलीधरन ने कहा कि नवंबर में सभी विषयों पर चर्चा करने के बाद सम्मेलन के आयोजन को लेकर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जायेगी। उन्होंने कहा कि पिछले 11 सम्मेलनों के अनुभवों और पिछले पांच वर्षो में दुनिया में आए बदलाव के आधार पर कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जायेगा। फिजी में तीन भाषाओं को सरकारी स्तर पर मान्यता है जिनमें से एक हिन्दी भी है। संयुक्त राष्ट्र (2020) के अनुसार, फिजी की जनसंख्या करीब 8,96,000 है और उनमें से 30 प्रतिशत से अधिक लोग भारतीय मूल के हैं। इससे पहले, विदेश मंत्री जयशंकर ने 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन के आयोजन के लिए गठित सलाहकार समिति और उप-समितियों की पहली बैठक में भाग लिया।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘12वें विश्व हिंदी सम्मेलन के आयोजन के लिए गठित सलाहकार समिति और उप-समितियों की पहली बैठक में भाग लिया। मोदी सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए उल्लेखनीय प्रयास कर रही है।’’ जयशंकर ने कहा कि आशा है कि भारत और विदेश में रहने वाले हिंदी प्रेमी, विद्वान तथा शिक्षण संस्थान इस सम्मेलन में उत्साहपूर्वक भाग लेंगे। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि विश्व हिंदी सम्मेलन के अलावा मंत्रालय क्षेत्रीय स्तरों पर भी अंतराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलनों का आयोजन करता है। इस प्रकार के सम्मेलन तोक्यो, न्यूयॉर्क, वेलिंटॉन जैसे शहरों में किए जाने की योजना है। विदेश मंत्री ने फिजी की स्थाई सचिव एंजीला जोखान का इस कार्यक्रम में शामिल होने और उनकी सरकार के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। 

टॅग्स :हिन्दीहिंदी समाचार
Open in App

संबंधित खबरें

भारतभाषा के नाम पर बांटने की कोशिश ठीक नहीं 

भारतHindi Diwas 2025: भारत ही नहीं, इन देशों में भी हिंदी का बोलबाला, वजह जान हैरान रह जाएंगे आप

भारतHindi Diwas 2025: साहित्यकारों की रीढ़ की हड्डी है हिंदी, अंशुमन भगत बोले-समाज के लिए आधारस्तंभ

भारतहोमर का ‘इलियड’ और बाबा बुल्के की गोसाईं गाथा 

बॉलीवुड चुस्कीकौन थीं अभिनेत्री प्रिया मराठे?, 38 वर्ष में निधन

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई