झारखंड की लौह अयस्क खदान में काम करेगी महिला टीम
By भाषा | Updated: November 27, 2021 23:28 IST2021-11-27T23:28:41+5:302021-11-27T23:28:41+5:30

झारखंड की लौह अयस्क खदान में काम करेगी महिला टीम
नोआमुंडी, 27 नवंबर झारखंड में टाटा स्टील की नोआमुंडी लौह अयस्क खदान अगले साल की शुरुआत से सभी पालियों में ड्रिलिंग, डम्पर और फावड़ा संचालन में एक महिला टीम की नियुक्ति की जाएगी। खदान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी के मुताबिक महिला अधिकारियों और ऑपरेटरों को नोआमुंडी लौह अयस्क खदान में पहले ही शामिल किया जा चुका है और यह देश में पहली बार होगा कि 30 सदस्यीय टीम, जिसमें विशेष रूप से अधिकारियों से लेकर ऑपरेटरों तक केवल महिलाएं ही शामिल हैं, उस टीम को सभी पालियों में कार्य में लगाया जाएगा।
टाटा स्टील के ओएमक्यू डिवीजन के महाप्रबंधक अतुल कुमार भटनागर ने पत्रकारों को बताया कि इस नयी पहल के हिस्से के रूप में, पश्चिमी सिंहभूम जिले में खदान के अयस्क, खान और खदान (ओएमक्यू) डिवीजन में "वीमेन एट माइंस", हैवी अर्थमूविंग मशीनरी (एचईएमएम) के 22 ऑपरेटरों का पहला बैच स्वतंत्र रूप से सभी पालियों में काम करना शुरू कर देगा।
भटनागर ने कहा कि "तेजस्विनी 2.0" नामक पहल के पीछे का उद्देश्य कार्यस्थल में विशेष रूप से खनन जैसे कठिन क्षेत्र में लैंगिक विविधता को बढ़ाना है। यह पहल स्थानीय लोगों को सशक्त बनाने की दिशा में एक कदम है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।