RSS के संगठन ने बताया, बिना परिवार और बिना कमाई वाली आध्यात्मिकता की राह चुनने वाली महिलाएं काफी खुश और सुखी

By भाषा | Published: September 24, 2019 06:22 AM2019-09-24T06:22:24+5:302019-09-24T06:22:24+5:30

रोजगार के लिहाज से क्रिश्चियन महिलाओं की दर सबसे अधिक रही। उसके बाद हिंदू, बौद्ध, मुस्लिम और जैन महिलाएं रहीं। जाति के लिहाज से एसटी समुदाय से आने वाली महिलाओं में रोजगार दर अधिक रही और सामान्य श्रेणी से आने वाली महिलाओं में सबसे कम।

Women who choose the path of spirituality without family and income are happy rss | RSS के संगठन ने बताया, बिना परिवार और बिना कमाई वाली आध्यात्मिकता की राह चुनने वाली महिलाएं काफी खुश और सुखी

प्रतीकात्मक फोटो

Highlightsसर्वेक्षण के अनुसार, सबसे कम खुश वे महिलाएं पायी गयीं जिनकी पारिवारिक आय 10,000 रुपये से कम है। सर्वेक्षण के नमूनों में सभी प्रमुख धर्मों को शामिल किया गया।

आरएसएस से जुड़े संगठन ‘दृष्टि’ द्वारा कराये एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि जिन महिलाओं ने आध्यात्मिकता की राह चुनी और जिनके पास परिवार तथा आय नहीं है वे दुनिया में सबसे खुशहाल हैं। यह अध्ययन 29 राज्यों, पांच केंद्र शासित प्रदेशों में किया गया। इसमें सीमावर्ती इलाकों के 70 जिलों समेत 465 जिले शामिल किए गए।

यह अध्ययन 2017-18 के दौरान दृष्टि स्त्री अध्ययन प्रबोधन केंद्र (डीएसएपीके) ने कराया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार को यहां एक कार्यक्रम में अध्ययन रिपोर्ट जारी करेंगे। सर्वेक्षण के लिए 18 साल की आयु से अधिक की 43,255 महिलाओं का साक्षात्कार लिया गया जिनमें से केवल 6,000 महिलाओं ने आध्यात्मिकता का रास्ता चुना।

दृष्टि की एक वरिष्ठ पदाधिकारी अंजलि देशपांडे ने बताया कि जिनके पास परिवार, आय नहीं थी और जो आध्यामिकता में लीन थीं उनमें से 90 प्रतिशत से अधिक महिलाएं काफी खुश और सुखी पायी गयीं। सर्वेक्षण के अनुसार, सबसे कम खुश वे महिलाएं पायी गयीं जिनकी पारिवारिक आय 10,000 रुपये से कम है। सर्वेक्षण के नमूनों में सभी प्रमुख धर्मों को शामिल किया गया।

इसमें कहा गया कि रोजगार के लिहाज से क्रिश्चियन महिलाओं की दर सबसे अधिक रही। उसके बाद हिंदू, बौद्ध, मुस्लिम और जैन महिलाएं रहीं। जाति के लिहाज से एसटी समुदाय से आने वाली महिलाओं में रोजगार दर अधिक रही और सामान्य श्रेणी से आने वाली महिलाओं में सबसे कम। सर्वेक्षण के अनुसार, शादीशुदा महिलाओं में खुशी का स्तर काफी अधिक पाया गया जबकि लिव-इन रिश्ते में रह रही महिलाएं बहुत कम खुश पायी गईं।

Web Title: Women who choose the path of spirituality without family and income are happy rss

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