चक्रवाती तूफान फोनी के दौरान शुक्रवार को भुवनेश्वर के रेलवे अस्पताल में 32 साल की महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। परिजन ने इस बच्ची का नाम "फोनी" रखा है। यह महिला एक रेलवे कर्मचारी है। महिला और नवजात बच्ची दोनों स्वस्थ हैं।
अब तक 3 लोगों की मौत
भीषण चक्रवाती तूफान फोनी आज सुबह (शुक्रवार) ओडिशा के पुरी के नजदीक समुद्री तटीय इलाकों से टकरा गया। फोनी के कारण अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है। जानकारों के अनुसार तूफान के ओडिशा समुद्री तट से टकराते समय हवा की रफ्तार करीब 200 किमी प्रति घंटा रही।
11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा
इस बीच राज्य सरकार ने 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा और लोगों से शुक्रवार को घरों में रहने की सलाह दी। माना जा रहा है कि तूफान से तटीय इलाकों से टकराने की पूरी प्रक्रिया करीब चार से पांच घंटे की होगी। तूफान से निपटने के लिए सारे इंतजाम पूरे कर लिये गये हैं। भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने भी राहत इंतजाम में अपने पोत और कर्मियों को तैनात किया है। एनडीआरएफ की भी 81 टीमें तैनात की गई हैं।
200 से ज्यादा ट्रेन रद्द
रेलवे ने बताया है कि करीब 223 ट्रेनों को रद्द किया गया है जबकि प्रभावित क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए तीन विशेष ट्रेन सेवा में लगाई गई हैं। रेलवे ने बताया कि कोलकाता-चेन्नई रूट पर ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों से गुजरने वाली ट्रेनों सहित 223 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इनमें नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी, पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस भी शामिल है।