कानपुर:लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर मोदी के खिलाफ विपक्ष एकजुट होने की कवायद में जुटा है। हालांकि विपक्षी दलों में न तो यह स्पष्ट हुआ है कि मोदी के खिलाफ कौन चेहरा होगा और न ही यह स्थिति साफ हुई कि विपक्ष की कौन-कौनसी पार्टियां एकजुट होकर भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए के खिलाफ लड़ेंगी। इस बीच आम चुनाव में विपक्षी दल समाजवादी पार्टी किसके साथ गंठबंधन में जाएगी, इसको लेकर पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
मंगलवार को कानपुर में मीडिया के सामने अखिलेश यादव ने 2024 के चुनाव में अपनी पार्टी की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि वह आज जो गठबंधन दल समाजवादी पार्टी के साथ हैं, हम उनके साथ ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं। साथ ही अखिलेश यादव ने दावा करते हुए कहा कि 2024 के चुनाव में भाजपा का सफाया होगा।
कानपुर में सपा मुखिया अखिलेश यादव लाजपत भवन में आयोजित राष्ट्रीय खटिक समिति के रजत जयंती समारोह में भाग लिया। जहां उन्होंने अपने संबोधन कहा कि वर्ष 2024 का चुनाव सामने है। यह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का संविधान बचाने का आखिरी चुनाव है। इसके बाद भाजपा इसमें क्या बदलाव करेगी पता नहीं।
उन्होंने जातीय जनगणना की मांग लेकर कहा कि इससे ही रामराज्य और समाजवाद आएगा। अपने भाषण में अखिलेश यादव ने कहा कि जातीय गिनती होनी चाहिए और आबादी के हिसाब से लोगों को सम्मान मिले। उन्होंने कहा कि भाजपा हक छीनना चाहती है।