महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होगा. वह महाराष्ट्र समेत हरियाणा और झारखंड में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल होने आए थे. शाह ने इन तीनों प्रदेशों में दोबारा जीत के लिए इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पार्टी के कोर ग्रुप के नेताओं के साथ पार्टी मुख्यालय में बैठक की. शाह ने इन नेताओं से उनकी चुनावी रणनीति के बारे में जानकारी ली.
बैठक में इन राज्य सरकारों के कामकाज, जनकल्याणकारी योजानाओं की जमीनी स्थिति और सत्ता विरोधी लहर जैसे मुद्दों पर विशेष रूप से चर्चा हुई. गृह मंत्री शाह ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सरकारी योजनाओं को तेजी से अंतिम रूप देने और संगठन को सशक्त बनाने के निर्देश दिए. बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव के परिणामों पर भी चर्चा हुई. शाह ने इन राज्यों में अच्छे प्रदर्शन के लिए मुख्यमंत्रियों और संगठन के नेताओं की पीठ थपथपाई.
मुख्यमंत्री फड़णवीस ने कहा, ''हम विधानसभा चुनाव मोड में आ गए हैं. इस लिहाज से यह बैठक अहम है.'' उनके मुताबिक, सरकार के कामकाज, संगठन को मजबूत करना भी बैठक के एजेंडा में है. वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि इस बार राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 75 पर जीत का लक्ष्य रखा गया है.
शिवसेना, आरपीआई के साथ उतरेगी मैदान में
जानकारों का कहना है कि भाजपा महाराष्ट्र में शिवसेना और आरपीआई (ए) के साथ विधानसभा चुनाव में उतरेगी. हालांकि, इसके लिए फार्मूला बाद में तय होगा. राज्य में सूखा और पेयजल संकट गहराया हुआ है. इन मुद्दों पर असंतोष उभरने पर सत्ताधारी भाजपा को उसका सामना करना पड़ सकता है. वहीं, हरियाणा में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के साथ मिलकर मैदान में उतरने की चर्चा है. हालांकि, इस बारे में अंतिम फैसला होना बाकी है. झारखंड में भाजपा ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) के साथ चुनाव मैदान में उतर सकती है.