पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा के मामले को लेकर वह हाईकोर्ट जाएगी बीजेपी, सुवेंदु अधिकारी ने अमित शाह से हस्तक्षेप की मांग की
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 8, 2023 09:28 PM2023-07-08T21:28:45+5:302023-07-09T06:57:31+5:30
सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि चुनाव अधिकारी भी चुनावी प्रक्रिया को बर्बाद करने में शामिल थे और उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए अधिकारी ने कहा कि वह खुद चुनाव आयोग बन गई हैं।
West Bengal Panchayat Election: पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मतदान के दौरान व्यापक हिंसा के कारण कम से कम बारह लोगों की कथित तौर पर मौत हो गई। इस हिंसा के लिए सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
अब भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि चुनाव में हिंसा के मामले को लेकर वह हाईकोर्ट जाएंगे। सुवेंदु अधिकारी ने कहा, "चुनाव के लिए हम हाई कोर्ट जाएंगे। मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ हमारे मामले की सुनवाई करेगी। हम मांग करते हैं कि हाई कोर्ट ने जो भी निर्देश दिया है, सभी सीसीटीवी फुटेज को संरक्षित किया जाना चाहिए। चुनाव आयोग के वकील ने हाई कोर्ट को बताया कि सभी निर्देशों का पालन किया जाएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने मांग की है कि सभी सीसीटीवी फुटेज की विशेषज्ञों द्वारा जांच की जानी चाहिए। अगर बाहरी लोगों द्वारा फर्जी मतदान की पहचान की जाती है, तो हम पुनर्मतदान की मांग करेंगे। "
सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि चुनाव अधिकारी भी चुनावी प्रक्रिया को बर्बाद करने में शामिल थे और उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए अधिकारी ने कहा कि वह खुद चुनाव आयोग बन गई हैं। अधिकारी ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने "बंगाल में लोकतंत्र बहाल करने" के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप की मांग की है।
बता दें कि 8 जुलाई को सुबह 7 बजे जैसे ही मतदान शुरू हुआ, नादिया, मुर्शिदाबाद और मालदा जिले में अलग-अलग घटनाओं में 6 तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर हत्या कर दी गई। कूच बिहार में एक बीजेपी पोलिंग एजेंट की कथित तौर पर हत्या कर दी गई। पूर्वी बर्दवान जिले में कल शाम गंभीर रूप से घायल हुए एक सीपीआई (एम) कार्यकर्ता ने आज सुबह एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने स्थिति का जायजा लेने के लिए विभिन्न जिलों में लोगों से मुलाकात की और हिंसक घटनाओं की निंदा की।
मारे गए लोगों में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के छह सदस्य, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), कांग्रेस और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के एक-एक कार्यकर्ता और 2 अन्य व्यक्ति शामिल है, जिसकी पहचान उजागर नहीं हो सकी है। अधिकारियों के मुताबिक, हिंसक झड़पों में कई लोग घायल भी हुए हैं।