पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले में शनिवार को एक मतदान केंद्र पर हुई गोलीबारी और चार लोगों की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। टीएमसी और ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह पर साजिश रचने के आरोप लगाए हैं। साथ ही गृह मंत्री का इस्तीफा भी मांगा है।
वहीं, इस पूरे मामले पर चुनाव आयोग का बयान आया है। चुनाव आयोग ने कहा कि फायरिंग की घटना कुछ स्थानीय लोगों द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर हमले के बाद हुई। चुनाव आयोग ने कहा कि कुछ गलतफहमी के कारण बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया था।
चुनाव आयोग के अनुसार भीड़ ने सुरक्षाकर्मियों से उनके हथियार भी छीनने की कोशिश की थी। इसके बाद मजबूरन सीआईएसएफ जवानों को पहले हवा में फायर करना पड़ा और इसके बावजूद स्थिति नहीं संभलने के कारण जवानों ने फायरिंग की। बता दें कि इस घटना में चार लोगों की मौत हुई है जबकि सात घायल हुए हैं।
चुनाव आयोग ने कूच बिहार की घटना पर क्या कहा
चुनाव आयोग ने मीडिया के लिए बयान जारी किया है। चुनाव आयोग ने बताया है कि कूच बिहार के सीतलकूची विधानसभा सीट पर बूथ नंबर 126 में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान चल रहा था।
आयोग के अनुसार इसी दौरान वहां मानिक मोहम्मद नाम का एक युवक भी था, जो बीमार था। कुछ स्थानीय महिलाएं उसकी देखभाल कर रही थीं। जिला पुलिस की रिपोर्ट का हवाला देते हुए स्थिति को देखते हुए सीआईएसएफ के कुछ जवान उसके पास गए और लड़के के स्वास्थ्य के बारे में पूछा।
साथ ही इन जवानों ने ये भी पूछा कि अगर जरूरत है तो पुलिस की गाड़ी से उसे अस्पताल पहुंचाया जा सकता है। इसी दौरान अन्य लोगों को लगा कि जवानों ने इस लड़के के साथ मारपीट की है। इन लोगों ने गलतफहमी में हंगामा शुरू कर दिया और तभी 300 से 350 गांववाले वहां जमा हो गए। इसमें महिलाएं भी शामिल थीं।
भीड़ ने किया सुरक्षाकर्मियों पर हमला
चुनाव आयोग के अनुसार गलतफहमी के कारण भीड़ ने सीआईएसएफ जवानों पर भी हमला किया। भीड़ में कुछ लोगों के पास ऐसे हथियार भी थे जिससे गंभीर चोट लग सकती थी। भीड़ ने चुनाव अधिकारियों पर भी हमला करने की कोशिश की।
चुनाव आयोग ने बताया है कि हालात को देखते हुए सीआईएसएफ जवानों ने पहले हवा में फायरिंग की और भीड़ को हटाने की कोशिश की। इस दौरान हालांकि भीड़ और उग्र होती जा रही थी। ऐसे में जवानों के सामने और कोई विकल्प नहीं था और उन्होंने फायरिंग कर दी, जिससे चार लोगों की जान चली गई।
चुनाव आयोग ने कहा है कि सीआईएसएफ ने इस मामले में एफआईआर भी स्थानीय पुलिस स्टेशन में दर्ज करा दी है और मामले की जांच की जा रही है। चुनाव आयोग के अनुसार स्थिति क्षेत्र में नियंत्रण में है।