West Bengal assembly elections: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि असम, पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण मतदान आने वाले दिनों में दोनों राज्यों के लिए सकारात्मक संकेत है।
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जमीनी स्तर पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी पश्चिम बंगाल में प्रथम चरण के चुनाव में 30 सीटों में से 26 पर जीत हासिल करेगी। भाजपा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भारी जीत दर्ज करेगी। असम में 47 में से 37 सीटों से ज्यादा पर भाजपा जीतेगी, इसके साफ संकेत हमें मिले हैं।
राज्य के लोगों के बीच एक बेहतर पश्चिम बंगाल की उम्मीद जगाई
अमित शाह ने कहा कि ‘सोनार बांग्ला’ की अपनी परिकल्पना के साथ भाजपा ने राज्य के लोगों के बीच एक बेहतर पश्चिम बंगाल की उम्मीद जगाई है। मैं मानता हूं कि बंगाल में प्रथम चरण में 26 सीटों से जो शुरुआत हुई है, हमारे लक्ष्य 200 पार को सिद्ध करने में हमें बड़ी सरलता रहेगी।
भाजपा 200 से ज्यादा सीटों के साथ बंगाल में सरकार बनाएगी, इसका मुझे और सभी कार्यकर्ताओं को पूर्ण विश्वास है। मैं चुनाव आयोग को बधाई देता हूं कि बंगाल में चुनाव आयोग को शांतिपूर्ण मतदान कराने में उन्हें सफलता मिली है। ये कई वर्षों के बाद हो रहा है कि बिना किसी की मृत्यु के, बम धमाकों के बिना, दोबारा मतदान कराए बिना, मतदान प्रक्रिया पूरी हुई है।
बंगाल के लोगों को आशा थी कि दीदी एक नई शुरुआत लेकर आएगी
अमित शाह ने कहा कि बंगाल में जिस प्रकार का घोर निराशा और हताशा का माहौल था। 27 साल के कम्युनिस्ट शासन के बाद बंगाल के लोगों को आशा थी कि दीदी एक नई शुरुआत लेकर आएगी। मगर दल का चिन्ह और नाम बदल गया, लेकिन बंगाल वहीं का वहीं रहा बल्कि और गिरावट आई।
प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में असम में जो विकास हुआ है, वहां की हमारी सरकार ने जिस प्रकार से अभूतपूर्व विकास किया है, इसको बड़ा जनसमर्थन मिल रहा है। डबल इंजन सरकार का कॉन्सेप्ट असम की जनता को भाजपा के आचरण से समझ में आया है।
निर्वाचन आयोग ने शनिवार को बताया कि पश्चिम बंगाल और असम विधानसभा चुनावों के लिए पहले चरण के मतदान में शाम पांच बजे तक क्रमश: 79.79 और 72.14 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पश्चिम बंगाल में 30 सीटों पर जबकि असम में 47 सीटों पर मतदान हुआ जिसके लिए कुल 21,825 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में 10,288 ईवीएम (बैटल यूनिट और कंट्रोल यूनिट) और इतनी ही संख्या में वीवीपैट मशीनों का उपयोग हुआ। वहीं असम में 11,537 ईवीएम और 37 वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल हुआ।
एक ईवीएम में वीवीपैट पर एक कंट्रोल यूनिट और कम से कम एक बैटल यूनिट (जिसपर पार्टी के चुनाव चिन्ह का बटन होता है) लगता है। विस्तृत जानकारी दिए बगैर चुनाव आयोग ने कहा, ‘‘मतदान के दौरान मशीनों में गड़बड़ी का दर पिछले वर्षों के मुकाबले कम रहा।’’ ई-विजिल ऐप के जरिए पश्चिम बंगाल से आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के कुल 167 मामले आए जिनमें से शाम साढ़े चार बजे तक 111 का निपटारा कर दिया गया था। ऐसे ही असम से 582 मामले आए जिनमें से 423 का निपटारा शाम साढ़े चार बजे तक हो गया था।
चुनावी अधिसूचना जारी होने से लेकर शनिवार को पहले चरण का मतदान समाप्त होने तक इन राज्यों से रिकॉर्ड 281.28 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है। जब्ती में नकदी, शराब, मादक पदार्थ, तोहफे सब शामिल हैं। यह 2016 में हुई 60.91 करोड़ रुपये की जब्ती से चार गुना ज्यादा है। अभी तक असम में 97.31 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है जबकि 2016 में राज्य में 16.58 करोड. रुपये की जब्ती हुई थी। वहीं पश्चिम बंगाल में कुल 183.97 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है जबकि 2016 विधानसभा चुनाव में 44.33 करोड़ रुपये की जब्ती हुई थी।
चुनाव आयोग ने कहा कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। पश्चिम बंगाल में पहले चरण में करीब 74 लाख मतदाता पंजीकृत थे जिनके लिए 10,288 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। वहीं असम में 47 सीटों पर हुए मतदान के लिए 81 लाख मतदाता पंजीकृत थे और उनके लिए 11,537 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत दो गज की दूरी का ध्यान रखने के कारण मतदान केन्द्रों की संख्या में इस बार काफी वृद्धि हुई है।