पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से विपक्षी एकता का दुखड़ा लोगों के सामने व्यक्त किया। अपना दुखड़ा सुनाते हुए उन्होंने इशारों-इशारों में विपक्षी एकजुटता के लिए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर विपक्षी एकजुटता में देरी करने का आरोप लगाया।
नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी एकता में कांग्रेस देरी न करे। सभी एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे, तभी भाजपा का सफाया हो पाएगा। कांग्रेस को अब आगे का फैसला करना चाहिए। हम तो उनकी हामी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई पॉजिटिव जवाब नहीं मिल रहा है। लोकसभा में अभी 300 से ज्यादा सीटों वाली भाजपा को आम चुनाव में 100 से भी नीचे सीटों पर समेटा जा सके।
दरअसल,मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज भाकपा- माले के राष्ट्रीय महाधिवेशन के मंच से आयोजित ‘फासीवादी हमले के खिलाफ लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता का निर्माण’ विषय पर अपना विचार व्यक्त कर रहे थे। भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि हमारी सब लोगों से बात हुई तो यही तय हुआ था कि अधिक से अधिक पार्टियां एकजुट होकर लोकसभा का चुनाव लड़ें।
अगर मिलकर लड़ेंगे तो इन लोगों (भाजपा) से मुक्ति मिलेगी। साथ ही देश सुरक्षित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज क्या हो रहा है? आजादी की लड़ाई को भी भुलाने का काम शुरू हो गया है। जिनको आजादी की लड़ाई से मतलब नहीं था, वह लोग नया इतिहास पैदा करना चाहते हैं। हर चीज को बदलना चाहते हैं। कोई काम तो होता नहीं है, नए हिसाब से काम कुछ नहीं करते हैं, सिर्फ अपनी प्रशंसा करते हैं।
आजादी के बाद दो देश हो गया। तब इस देश में हिंदू मुस्लिम एकता रहे, लेकिन इसके बाद भी इधर से उधर करने का सिलसिला शुरू है। इसीलिए सचेत रहना पड़ेगा। सभी धर्म -जाति के मानने वाले लोगों को एकजुट कर देश को आगे बढ़ाने का संकल्प लेना होगा। मिलजुल कर लड़ेंगे तो कामयाब होंगे।
नीतीश कुमार ने कहा कि हम तो इंतजार कर रहे हैं, हम तो दिल्ली जाकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से भी मिले थे। उन्होंने मंच पर बैठे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की तरफ इशारा करते हुए कहा कि हम तो कांग्रेस के नेता जो बैठे हैं उनसे कहेंगे। अभी तो यात्रा बहुत अच्छा हो गया। लेकिन इससे आगे थोड़ा सोच लीजिए। हम तो उसी के लिए इंतजार ही कर रहे हैं।
हम तो जाकर कह हीं दिए हैं। सोच लीजिए, आगे जो कहिएगा वह करेंगे। सब एकजुट हुए तो भाजपा 100 सीट के नीचे निपट जाएगी। बिहार में विपक्षी दल एकजुट होकर काम कर रहे हैं। जब एनडीए से अलग हुए तो सभी विपक्षी दल के नेताओं ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अन्य पार्टी नेताओं का भी फोन आ रहा है।
लोग कह रहे हैं कि सभी दल का बैठक करिए। बहुत सारी पार्टियां एकजुट होने के लिए तैयार बैठी हैं। मेरा बतवा नहीं मानियेगा तो क्या होगा, आप जानिए। हमको क्या? हमने तो विभिन्न पार्टियों को भी कहा है कि अलग-अलग मत लड़िए। कृपा करके सोच लीजिएगा तो आपको भी फायदा होगा और देश को भी फायदा होगा।