Ayodhya Dham Ram Mandir: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या में कई सौगात दी। पीएम मोदी ने कहा कि 22 जनवरी को दीपावली मनाएं और अयोध्या जरूर आएं। त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि जी के नाम पर अयोध्या धाम एयरपोर्ट का नाम इस एयरपोर्ट में आने वाले हर यात्री को धन्य करेगा। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण वो ज्ञान मार्ग है, जो हमें प्रभु श्रीराम से जोड़ती है।
आधुनिक भारत में महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अयोध्या धाम, हमें दिव्य-भव्य-नव्य राम मंदिर से जोड़ेगा। राज्य में 15,700 करोड़ रुपये से अधिक की केंद्र व राज्य सरकार की 46 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। पीएम ने कहा कि आने वाले समय में अवध क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के विकास को हमारी अयोध्या दिशा देने वाली है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार कहा कि आज पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है। ऐसे में अयोध्यावासियों में ये उत्साह और उमंग स्वाभाविक है। भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का मैं पुजारी हूं और मैं भी आपकी तरह उतना ही उत्सुक हूं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज देश में सिर्फ केदार धाम का पुनरुद्धार ही नहीं हुआ है, बल्कि 315 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज भी बने हैं। आज देश में महाकाल महालोक का निर्माण ही नहीं हुआ है, बल्कि हर घर जल पहुंचाने के लिए पानी की 2 लाख से ज्यादा टंकियां भी बनवाई गई हैं। एक समय था, जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे।
आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं बल्कि पक्का घर देश के 4 करोड़ गरीबों को भी मिला है। आज का भारत अपने तीर्थों को भी संवार रहा है, वहीं डिजिटल टेक्नोलॉजी की दुनिया में भी छाया हुआ है। दुनिया में कोई भी देश हो, अगर उसे विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचना है, तो उसे अपनी विरासत को संभालना ही होगा।
हमारी विरासत हमें प्रेरणा देती है, हमें सही मार्ग दिखाती है। इसलिए आज का भारत, पुरातन और नूतन दोनों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहा है। शंखनाद की ध्वनि और 'राम राम-जय जय राजा राम' भजन से वातावरण गूंज उठा। अयोध्या और आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए लगभग 11,100 करोड़ रुपये की परियोजनाएं और पूरे उत्तर प्रदेश में अन्य परियोजनाओं से संबंधित लगभग 4,600 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण अयोध्या में आधुनिक विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे का विकास करना, कनेक्टिविटी में सुधार करना और शहर के समृद्ध इतिहास व विरासत के अनुरूप नागरिक सुविधाओं को पुनर्जीवित करना है। इस बीच, अयोध्या के समग्र विकास के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों पर लघु फिल्म भी दिखाई गयी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अयोध्या में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। हवाई अड्डे का नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्या धाम रखा गया है। महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना की थी। उनके बहुत सारे अनुयायी हैं जिनमें विशेष रूप से दलित समुदाय के हैं।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, अयोध्या के अत्याधुनिक हवाई अड्डे का पहला चरण 1,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6,500 वर्ग मीटर है, जो सालाना लगभग 10 लाख यात्रियों की सेवा करने के लिए तैयार रहेगा। टर्मिनल भवन का अग्रभाग अयोध्या के आगामी श्री राम मंदिर की मंदिर वास्तुकला को दर्शाता है।
टर्मिनल भवन के अंदरूनी हिस्सों को भगवान श्रीराम के जीवन को दर्शाते हुए स्थानीय कला, चित्रों और भित्ति चित्रों से सजाया गया है। अयोध्या हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन विभिन्न सुविधाओं से लैस है जिनमें इंसुलेटेड रूफिंग सिस्टम, एलईडी लाइटिंग, वर्षा जल संचयन, फव्वारे के साथ भूनिर्माण, जल उपचार संयंत्र, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, सौर ऊर्जा संयंत्र शामिल हैं।
हवाई अड्डे से क्षेत्र में संपर्क में सुधार होगा, जिससे पर्यटन, व्यावसायिक गतिविधियों और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे जहां वह राज्य में 15,700 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लता मंगेशकर चौक पहुंचे और लोगों का अभिवादन किया।
मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह समेत कई प्रमुख लोग मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा यहां राम मंदिर की 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह से पहले हो रहा है। यहां राम मंदिर अभी निर्माणाधीन है, जिसका प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा, जिसमें मोदी शामिल होंगे।