लखनऊ:उत्तर प्रदेश में मुस्लिम समाज वक्फ बिल के खिलाफ अब अपने विरोध को तेज करेगा. शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद ने मुस्लिम समाज से एकजुट होकर वक्फ बिल का विरोध करने की अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा आगामी 30 अप्रैल को रात 9 बजे घरों, कारखानों और कार्यालयों की आधा घंटा बिजली बंद कर वक्फ बिल का खिलाफत करने की अपील सफल होगी.
यूपी का हर मुस्लिम परिवार इस दिन आधा घंटा बिजली बंद कर वक्फ बिल का मौन विरोध जताएगा. फिर चाहे सूबे की सरकार वक्फ बिल का विरोध करने वाले मुस्लिम परिवार के खिलाफ कोई केस ही क्यों ना दर्ज कर दे. मौलाना कल्बे जवाद ने यह दावा प्रदेश पुलिस द्वारा वक्फ बिल की खिलाफत करने को लेकर भेजे गए नोटिस को लेकर किया.
मौलाना कल्बे जवाद के मुताबिक सूबे में तीन अप्रैल और चार अप्रैल को संसद से पास हुए इस कानून के खिलाफ मुजफ्फरनगर में जुमे की नमाज पढ़ने गए लोगों ने बांह पर काली पट्टी बांध कर इस कानून का विरोध जताया. तो जिले की पुलिस ने विरोध जताने वाले लोगों की पहचान की और करीब तीन सौ लोगों को नोटिस भेज दिया.
इस नोटिस में कहा गया कि वे थाने पहुंच कर दो लाख रुपए का मुचलका जमा कराएं और दो लोगों को लेकर आएं, जो उनकी जमानत दें. मौलाना का कहना है कि यूपी में काली पट्टी बांध कर सरकार के बनाए कानून का विरोध करना अगर अपराध हो गया है तो अब 30 अप्रैल को मुस्लिम समाज एकजुट होकर यह अपराध करेगा.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता डॉ. सैयद कासिम रसूल इलियास का भी यह कहना है कि 30 अप्रैल को बोर्ड की अपील पर पूरे देश में मुस्लिम समाज रात 9 बजे घरों, कारखानों और कार्यालयों की आधा घंटा बिजली बंद कर वक्फ बिल का खिलाफत करेगा.
इस दौरान कोई नारा आदि नहीं लगाया जाएगा. मौन रहकर ही विरोध जताया जाएगा. बोर्ड के प्रवक्ता के अनुसार इस अभियान की शुरुआत 22 अप्रैल को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से होगी और समापन 7 जुलाई को दिल्ली के रामलीला मैदान में होगा.
वक्फ बिल को असांविधानिक : मौलाना कल्बे जवाद
लखनऊ में भी मौलाना कल्बे जवाद के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. 11 अप्रैल से 18 अप्रैल के तक मनाए जाने वाले अवकाफ संरक्षण सप्ताह के दौरान काली पट्टी बांध कर वक्फ बिल की खिलाफत की जाएगी.
अवकाफ संरक्षण सप्ताह के दौरान नमाज से पहले भाषण, मानव श्रृंखला बनाई जाएगी और अन्य धर्म के लोगों के साथ बैठक कर वक्फ की सुरक्षा पर चर्चा की जाएगी. इसी क्रम में लखनऊ, कानपुर, मुरादाबाद, मेरठ, रामपुर, सहारनपुर, मुरादाबाद, मऊ, गाजीपुर और प्रयागराज जैसे प्रमुख शहरों में शांतिपूर्ण तरीके से वक्फ बिल की खिलाफत करते हुए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा जाएगा.
मौलाना कल्बे जवाद का कहना है कि वक्फ बिल को लेकर हमारा विरोध सरकार से है, इसलिए सड़कों पर कोई रैली या जुलूस नहीं निकाला जाएगा. मौलाना जवाद के मुताबिक लखनऊ में वक्फ बिल का विरोध करते हुए गिरफ्तारी दी जाएगी और बिल को वापस लेने की मांग ही जाएगी.
कल्बे जवाद वक्फ बिल को असंवैधानिक बताते हैं. उनका कहना है कि इस बिल के जरिए सरकार मुस्लिम समाज की संपत्तियों को हड़पना चाहती है. इसके बाद दलित समाज को भी सरकार निशाना बनाएगी.