JNU के समर्थन में हो रहे प्रदर्शन में 'फ्री कश्मीर' पोस्टर संग दिखी लेखिका ने सफाई दी है। लेखिका मिर्जा प्रभु ने कहा कि उनके पोस्टर का गलत अर्थ निकाला गया। मिर्जा ने कहा मेरा कहना था कि कश्मीर में पिछले 5 माह से जिस तरह इंटरनेट बंद है, उससे वहां के लोगों को आजादी मिलनी चाहिए। इस मामले में मुंबई पुलिस जांच कर रही है।
एक ट्वीटर यूजर ने लिखा कि इस वीडियो को देखिए। यह इस आंदोलन के खूबसूरत दृश्यों में से एक है। यह इस देश की महान परम्परा पर गर्व करने का दिन है और गुंडों से मुक्ति के संकल्प का भी दिन है।