नई दिल्ली, 2 अप्रैलः उत्तरी इराक में बंधक बनाकर मारे गए 38 भारतीय मजदूरों के शव के अवेशेष सोमवार को स्वदेश पहुंच गए हैं। विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह विशेष विमान से शव लेकर अमृतसर पहुंचे। यहां शवों को लेने के लिए पंजाब सरकार के मंत्री भी पहुंचे हैं, जिन्हें एयरपोर्ट पर ही परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा।
अमृसर पहुंचने पर वीके सिंह ने कहा कि इराक में 40 भारतीयों का कोई रिकॉर्ड नहीं था। डीएनए मैच करना भी काफी मुश्किल था। वहीं, शव का पता लगाने में इराक सरकार ने हमारी मदद की है इसलिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं।
इसके अलावा केंद्र सरकार के द्वारा अभी तक मुआवजे का ऐलान न किए जाने के एक सवाल के जवाब में मंत्री वीके सिंह ने कहा 'ये बिस्कुट बांटने वाला काम नहीं है, ये आदमियों की जिंदगी का सवाल है, आ गई बात समझ में? मैं अभी ऐलान कहां से करूं? जेब में कोई पिटारा थोड़ी रखा हुआ है।'
इससे पहले केंद्रीय मंत्री वी के सिंह ने मोसुल की उड़ान भरने से पहले बताया था कि एक केस अभी भी पेंडिंग है इसलिए 38 शव की स्वदेश वापस लाए जाएंगे। भारत आने के बाद शवों को लेकर वी के सिंह अमृतसर पहुंचे, इसके बाद विमान कोलकाता के लिए उड़ान भरेगा और फिर पटना जाएगा।
भारतीय राजदूत प्रदीप सिंह राजपुरोहित ने कहा था कि शवों को बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पर ले जाया गया और वहां से सेना के एक विमान से भेजा गया। बगदाद में ताबूतों को विमान में चढ़ाये जाने पर भारत के विदेश राज्य मंत्री वी के. सिंह ने उन्हें सलामी दी। सिंह ने आतंकवादियों की आलोचना की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी सरकार के रुख को जाहिर किया।