Paris Olympics 2024: ओलंपिक 2024 से विनेश फोगाट को 100 ग्राम वजन बढ़ने से रोकने पर बॉक्सर और 3 बार ओलंपिक में भाग ले चुके विजेंद्र सिंह ने कहा कि ये गलत हुआ, इतनी जल्दी किसी को मौका ना देना और खेल से बाहर कर देना बहुत गलत है। हालांकि, इसे लेकर उन्होंने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ और कुश्ती संघ के अध्यक्षों को अपना विरोध जताना चाहिए था कि ऐसा भारत के साथ क्यों किया गया। और फिर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही तो सख्त लहजे में बैग उठाकर वापस देश लौट आना बेहतर है।
बॉक्सर ने कहा, 'हमने कभी सुना नहीं, देखा नहीं था और मैं खुद 3 बार ओलंपिक में भाग ले चुका हूं। मेरे कुश्ती फैन और साथियों से बात की, अगर आपको टेक्निकल दिक्कतों की वजह से 100 ग्राम ज्यादा होने की वजह से निकाल दिया जाता, जो पूरी तरह से गलत है, वहां वजन तौलने वाली दो मशीन होती हैं। पहले ट्रायल वेट पर आप चेक कराते हैं जिससे आपका वजन पता चलता और आप फिर फाइनल वेट के लिए जाते हैं, 100 ग्राम ज्यादा होने के बाद भी आपको एक मौका मिलना चाहिए था कि आप 30 मिनट के भीतर आप वजन कम कर सकते हैं।'
लेकिन, उसको सीधे तौर पर आयोग्य करार दे देना किसी प्लेयर के लिए भी बहुत कठोर फैसला है। आईओए का ये बर्ताव क्यों किया गया, ऐसे क्यों क्यों हुआ बहुत चौंकाने वाला है। हमनें 3 ओलंपिक में कभी नहीं सुना, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ वो भी पहली बार हिंदुस्तान के एथलीट के साथ, कि उसे निकला दिया और उसे कोई मेडल नहीं मिलेगा, ये कहीं न कहीं हिंदुस्तान के खिलाफ एक बड़ी साजिश है।
जो भारत की ओर से प्रशासनिक तौर पर जो भी अधिकारी गए हैं, उन्हें वहां पर अपना विरोध जताना चाहिए था, हिंदुस्तान बिल्कुल खुश नहीं है। उसके विरोध में जो भी करना पड़ा, वो करिए, आपको लगता है कि कोई सुनवाई नहीं हो रही है, तो चुपचाप बैग उठाइए और वापस चले आइए। उन्हें पता लगना चाहिए कि हिंदुस्तान कोई खैरात में नहीं आया, भारत अच्छा है और अच्छे एथलीट हैं। अपना विरोध दर्ज करवाइए, कहीं कोई गलती नहीं है, तो मजबूत निर्णय लेना चाहिए और देश में वापसी कर लेनी चाहिए।