नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को राहुल गांधी के उन आरोपों का जवाब दिया है जिसे उन्होंने मोदी सरकार के ऊपर विदेशी जमीन पर लगाए। हालांकि उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस नेता का नाम नहीं लिया। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, कुछ लोगों ने ठान लिया है कि देश की प्रतिष्ठा को कुंठित, धूमिल करना है। उनमें से एक को आंखों के सामने देखता। उन्होंने कहा कि लोकसभा में आजतक माइक बंद नहीं हुआ। कोई बाहर जाकर कहता है कि माइक बंद किया जाता है। यह कैसे बर्दाश्त कर सकते? छाती पर कितना सांप लोटता होगा।
1975 के आपातकाल का जिक्र करते हुए धनखड़ ने कहा, हां देश के अंदर आपातकाल के दौरान संकट आया था। माइक भी बंद किया गया और जेल में उन लोगों को डाला गया जो राष्ट्र भावना से प्रेरित थे। वो दिन अब कभी भी नहीं आ सकता। उन्होंने लोगों से आवाह्न करते हुए कहा कि ऐसे मौके पर मैं आप लोगों से आग्रह करूंगा जोड़कर आप अपने विचारों को खुलकर रखिए। उन शक्तियों के खिलाफ चुप्पी मत साधिए। निर्भीक होकर अपनी बात कहिए। यह आपका दायित्व है।
उन्होंने जनता से कहा कि यदि आप चाहते हैं कि संसद के अंदर ठीक से बहस हो, किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो, यह आपकी जिम्मेदारी है। जब आप इन मामलों में दखल देंगे। उनको प्रोत्साहन नहीं देंगे तो निश्चित रूप से सब रास्ते में आएंगे। साफ था कि उपराष्ट्रपति कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन पर निशाना साध रहे थे।
आपको बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लंदन दौरे के दौरान मोदी सरकार और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी का कहना था कि भारत में विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। पार्लियामेंट में उनके माइक को बंद किया जाता है। उधर, विदेशी धरती पर राहुल गांधी के बयान को बीजेपी देश का अपमान बता रही है।