पूर्व दिल्ली पुलिस आयुक्त और मणिपुर, झारखंड एवं मिजोरम के राज्यपाल रहे वेद मारवाह का निधन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 6, 2020 05:08 AM2020-06-06T05:08:07+5:302020-06-06T05:08:07+5:30
गोवा डीजीपी ने ट्वीट किया, ‘‘हम पुलिस बल के महान नेता के चले जाने से अत्यंत दु:खी हैं। वेद मारवाह ने चुनौतियों के समय पुलिस बल का नेतृत्व किया और तीन राज्यों के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दीं। उनके परिवार के साथ हमारी संवेदनाएं हैं।’’
नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त वेद मारवाह का शुक्रवार को गोवा में निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे। गोवा पुलिस ने उनके निधन की जानकारी दी। मारवाह 1985 से 1988 तक दिल्ली पुलिस आयुक्त रहे और उन्होंने 1988 से 1990 के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के तीसरे महानिदेशक के तौर पर भी सेवाएं दीं। वह मणिपुर, झारखंड एवं मिजोरम के राज्यपाल भी रहे।
गोवा डीजीपी ने ट्वीट किया, ‘‘हम पुलिस बल के महान नेता के चले जाने से अत्यंत दु:खी हैं। वेद मारवाह ने चुनौतियों के समय पुलिस बल का नेतृत्व किया और तीन राज्यों के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दीं। उनके परिवार के साथ हमारी संवेदनाएं हैं।’’ पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने कहा कि वह वेद मारवाह के निधन की सूचना से स्तब्ध हैं।
Ved Marwah, former Police Commissioner of Delhi and former Governor of Manipur, Jharkhand and Mizoram passes away at a hospital in Goa's Mapusa. He was 87. pic.twitter.com/eO26wrB7WM
— ANI (@ANI) June 5, 2020
इससे पहले दो जून को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पार्टी की तमिलनाडु इकाई के पूर्व अध्यक्ष के एन लक्ष्मणन का निधन हो गया था। लक्ष्मणन का निधन सोमवार की रात को सलेम के सेवाईपेट्टई स्थित उनके आवास पर उम्र संबंधी बीमारियों के कारण हो गया। वह 92 वर्ष के थे।
लक्ष्मणन के परिवार में पत्नी रंगनायकी अम्मल, बेटी भुवनेश्वरी और बेटा शेखर हैं। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था और यह 1975 और 1977 के बीच 21 महीने तक चला था। इसे स्वतंत्र भारत के इतिहास का एक काला चरण माना गया, जिस दौरान बहुत सारे विपक्षी नेताओं को जेल में बंद कर दिया गया था और प्रेस पर सेंसरशिप लगाया गया था।
आपातकाल के विरोध में उस समय देशभर में आंदोलन हुए। लक्ष्मणन ने तब उन आंदोलनों में बढ़-चढकर हिस्सा लिया था। लक्ष्मणन ने 2001-06 में चेन्नई के मायलापुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। वह दो बार भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष रहे।