Varanasi Seat Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद कहा कि वह अपने तीसरे कार्यकाल में भी नई ऊर्जा व शक्ति के साथ अपने संसदीय क्षेत्र के चौतरफा विकास और जनता-जनार्दन के कल्याण में जुटे रहेंगे। उन्होंने 2014 में पहली बार और 2019 में दूसरी बार वाराणसी से जीत हासिल की थी। नामांकन दाखिल करने के बाद ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘काशी के मेरे परिजनों का हृदय से आभार! वाराणसी से लगातार तीसरी बार नामांकन कर बेहद उत्साहित हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बीते 10 वर्षों में आप सबसे जो अद्भुत स्नेह और आशीर्वाद मिला है, उसने मुझे निरंतर सेवाभाव और पूरे संकल्प के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया है। आपके भरपूर समर्थन और सहभागिता से मैं अपने तीसरे टर्म में भी नई ऊर्जा-शक्ति के साथ यहां के चौतरफा विकास और जनता-जनार्दन के कल्याण में जुटा रहूंगा। जय बाबा विश्वनाथ!’’
इस पोस्ट के साथ प्रधानमंत्री ने नामांकन के दौरान की कुछ भी तस्वीरें भी साझा की। मोदी ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल करने से पहले मंगलवार को सुबह गंगा नदी के तट पर दशाश्वमेध घाट पर पूजा की और काल भैरव मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने घाट पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आरती भी की। वाराणसी में लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में एक जून को मतदान होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव-2024 के लिए भाजपा शासित राज्यों के करीब आधा दर्जन मुख्यमंत्रियों, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष, कई केंद्रीय मंत्रियों और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के विभिन्न घटक दलों के नेताओं की मौजूदगी में मंगलवार को वाराणसी से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। गंगा सप्तमी के मौके पर मां गंगा को नमन करने के उपरांत प्रधानमंत्री काशी के कोतवाल काल भैरव के दर पर पहुंचे। वहां उनसे अनुमति-आशीर्वाद लेकर वह जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को काशी विश्वनाथ से एवं मंगलवार को काल भैरव बाबा से लोकसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के लिए आशीर्वाद भी मांगा। वाराणसी संसदीय सीट पर मोदी ने 2014 में पहली बार और 2019 में दूसरी बार जीत हासिल की थी। सफेद कुर्ता-पायजामा और नीली सदरी पहने मोदी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए वाराणसी जिलाधिकारी के कार्यालय (कलेक्ट्रेट) पहुंचे।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके साथ थे। नामांकन दाखिल करते समय प्रधानमंत्री मोदी के साथ, अयोध्या के राम मंदिर में भगवान राम लला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले पंडित गणेश्वर शास्त्री और पटेल जनसंघ के समय के पुराने कार्यकर्ता और पिछड़ा वर्ग के बैजनाथ पटेल मौजूद थे।
गणेश्वर शास्त्री द्रविड़, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा व दलित समाज के संजय सोनकर प्रधानमंत्री के नामांकन के चार प्रस्तावक हैं। भारतीय जनता पार्टी के जिला मीडिया सह प्रभारी अरविंद मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने नामांकन पत्र जिलाधिकारी सौंपने के बाद खड़े होकर शपथ पत्र पढ़ा।
मिश्रा ने बताया कि मोदी के नामांकन पत्र दाखिल करने के समय भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनरॉड संगमा, राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले, हरदीप पुरी, चंद्रबाबू नायडू, पवन कल्याण, जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, संजय निषाद, अनुप्रिया पटेल, ओमप्रकाश राजभर, जयंत चौधरी, अंबुमणि रामदास, जी के वासन, देवनाथन यादव, तुषार वेलल्लापल्ली और अतुल बोरा भी मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि नामांकन कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आना था लेकिन स्वास्थ्य संबंधी कारणों से वह नहीं आ सके। मोदी ने नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले उनका स्वागत करने के लिए एकत्र भीड़ की ओर हाथ हिला कर अभिवादन किया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा ‘‘काशी के साथ मेरा रिश्ता अनूठा, अभिन्न और अतुलनीय है... मैं कह सकता हूं कि इसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल करने से पहले यहां गंगा नदी के किनारे दशाश्वमेध घाट पर पूजा-अर्चना की।
उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा घाट पर आरती भी की। यहां जारी एक बयान के मुताबिक, मंगलवार को गंगा सप्तमी के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री ने सुबह सबसे पहले दशाश्वमेध घाट पर गंगा पूजन किया। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य के वेंकट रमन घनपाठी तथा तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश एवं महाराष्ट्र के तीन पुजारियों ने गंगा पूजन कराया।
प्रधानमंत्री स्वामी विवेकानंद क्रूज पर दशाश्वमेध घाट से गंगा विहार करते हुए आदिकेशव घाट तक गए, फिर नमो घाट पर उतरे। नमो घाट से प्रधानमंत्री सीधे काशी के कोतवाल काल भैरव बाबा के दर्शन-पूजन व आरती करने पहुंचे। य़हां उन्होंने बाबा से अनुमति व आशीर्वाद लिया, फिर कलेक्ट्रेट पहुंचे।
मंदिर के द्वार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोदी को अंगवस्त्रम भेंट किया और लोगों ने पुष्पवर्षा की। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह भी मौजूद थे। पूरा मंदिर व आसपास का क्षेत्र हर-हर महादेव की गूंज से गुंजायमान हो उठा। मोदी ने 'एक्स' पर काशी का एक खूबसूरत वीडियो भी साझा किया।
मुख्यमंत्री योगी ने प्रधानमंत्री मोदी के वीडियो के साथ ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ''नमामि गंगे तव पाद पंकजम्''। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद प्रधानमंत्री रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इससे पहले मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में विधि विधान से दर्शन पूजन किया। वह शाम को करीब छह किलोमीटर का रोड शो करने के बाद श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे।