उत्तरकाशी: उत्तराखंड में सिलक्यारा सुरंग में पिछले 17 दिन से फंसे सभी श्रमिकों को मंगलवार की शाम को सुरंग से बाहर सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। श्रमिकों को एक-एक करके 800 मिमी के उस पाइप के जरिए बाहर निकाला गया जिसे मलबे में ड्रिल करके डाला गया था। बाहर निकाले गए सभी मजदूरों की मेडिकल जाँच के लिए एंबुलेंस मेडिकल जाँच के लिए ले जाया गया। आपको बता दें कि चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था, जिससे उसमें ये श्रमिक फंस गए थे। पूरा देश इनकी सलामती की दुआ मांग रहा था।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिल्कयारा सुरंग के अंदर से बचाए गए श्रमिकों से मुलाकात की। जब सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकाला गया तो लोगों के चेहरे में खुशी देखने को मिली। स्थानीय लोगों ने सिल्क्यारा सुरंग के बाहर मिठाइयां बांटी। श्रमिकों के परिजनों में भी खुशी की लहर दौड़ गई।
वहीं मजदूरों को सुरक्षित निकाले जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों को बचाने के लिए चलाए गए अभियान की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। पीएम मोदी ने एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, "उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है। मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।"
वहीं केंद्रीय नितिन गडकरी ने कहा, राहत और बचाव कार्य में शामिल सभी एजेंसियों का आभार, यह बहुत ही कुशलता से अंजाम दिया गया एक समन्वित अभियान था।