लाइव न्यूज़ :

उत्तराखंड: हिमस्खलन की चपेट में आए सात पर्वतारोहियों के शव नीचे लाए गए, 500 घंटे चला मिशन

By भाषा | Updated: July 4, 2019 05:53 IST

पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी वीके जोगदंडे ने यहां बताया कि शवों को 15,600 फुट की उंचाई पर स्थित कैंप वन से चीता हेलीकाप्टरों द्वारा पहले मुनस्यारी हेलीपैड पहुंचाया गया। वहां से उन्हें दूसरे हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ के नैनीसैंनी हवाईअड्डे लाया गया । जिलाधिकारी ने बताया कि यहां से शवों को पोस्टमार्टम के लिये हल्द्वानी मेडिकल कालेज ले जाया जायेगा।

Open in App

करीब सवा महीने पहले उत्तराखंड में नंदा देवी चोटी पर चढ़ने के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आए आठ पर्वतारोहियों में से सात के शव भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों से बुधवार को पिथौरागढ़ लाए गए। इसके साथ ही भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों का मिशन पूरा हो गया। आईटीबीपी की टीम को शव वापस लाने में करीब 500 घंटे का समय लगा।

पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी वीके जोगदंडे ने यहां बताया कि शवों को 15,600 फुट की उंचाई पर स्थित कैंप वन से चीता हेलीकाप्टरों द्वारा पहले मुनस्यारी हेलीपैड पहुंचाया गया। वहां से उन्हें दूसरे हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ के नैनीसैंनी हवाईअड्डे लाया गया । जिलाधिकारी ने बताया कि यहां से शवों को पोस्टमार्टम के लिये हल्द्वानी मेडिकल कालेज ले जाया जायेगा। इसके बाद उनकी पहचान की जायेगी। इसके लिये संबंधित देशों के दूतावासों और मृतकों के परिजनों की आवश्यकता पड़ेगी ।

गत 23 जून को आईटीबीपी के जवानों ने बर्फ से खोदकर शवों को बाहर निकाला था और उन्हें 600 मीटर नीचे 17,500 फुट की उंचाई पर स्थित शिविर में ले आये थे। लेकिन भारतीय वायुसेना के चीता हेलीकाप्टरों के इतनी ऊंचाई तक उड़ पाने के प्रयास विफल रहने के बाद उन्हें टीम द्वारा 15,600 फुट तक नीचे लाया गया।

जाने माने ब्रिटिश पर्वतारोही मार्टिन मोरान के नेतृत्व में गयी आठ सदस्यीय टीम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित 7,434 मीटर ऊंची नंदा देवी पूर्व चोटी को फतह करने निकली थी लेकिन रास्ते में ही लापता हो गयी थी। मोरान पहले भी दो बार इस चोटी को फतह कर चुके थे। इन पर्वतारोहियों में ब्रिटेन, अमेरिका और आस्ट्रेलिया के सात पर्वतारोहियों के अलावा दिल्ली स्थित इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन के लाइजन अफसर चेतन पांडे भी शामिल थे।

सात शवों को आईटीबीपी की टीम ने बरामद कर लिया लेकिन लगातार खराब मौसम के कारण टीम को आठवें शव की तलाश का काम बीच में छोडना पड़ा । इन पर्वतारोहियों की टीम 13 मई को मुनस्यारी से निकली थी लेकिन 25 मई की तय तारीख तक वापस नहीं लौटी । मृत पर्वतारोहियों में ब्रिटेन के चार, अमेरिका के दो और ऑस्ट्रेलिया तथा भारत से एक-एक पर्वतारोही हैं।

इनके शव तीन जून को वायुसेना के खोजी विमानों ने देखे। इसके बाद आईटीबीपी ने 13 जून को ‘डेयरडेविल’ मिशन शुरू किया और बेहद जटिल अभियान में टीम शवों तक पैदल पहुंचने में सफल रही। आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल ने कहा, ‘‘हम अब भी आठवें पर्वतारोही की तलाश कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि उसका शव बर्फ में दब गया होगा और बर्फ पिघलने पर उसे निकाला जा सकता है।’’

देसवाल ने आईटीबीपी कर्मियों की सराहना करते हुए बल के दिल्ली स्थित मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि यह एक अद्वितीय और अभूतपूर्व अभियान था क्योंकि बल ने हिमालय क्षेत्र में इतनी अधिक ऊंचाई पर कभी ऐसा अभियान नहीं किया है। उन्होंने इस तरह के अभियान चलाने के लिए बल की पांच विशेष राहत एवं बचाव टीम बनाने की घोषणा की। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडेय ने कहा कि टीमों ने करीब 500 घंटे में अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचा दिया। 

टॅग्स :उत्तराखण्ड
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजलवायु परिवर्तन का शिकार होती महिलाएं 

क्राइम अलर्टDelhi Vasant Kunj Accident: जीवन की एकमात्र उम्मीद अब खत्म?, मर्सिडीज एसयूवी की चपेट में आकर जान गंवाने वाले रेस्तरां कर्मचारी रोहित के परिवार ने कहा- अब किसके सहारे...

भारतकन्दाड़ और इंद्रोलीः गांव वालों का ये फैसला वाकई कमाल का है...!

भारतUttarakhand Foundation Day: पीएम मोदी ने उत्तराखंड को दी सौगात, 8,260 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का किया उद्घाटन

भारतडोनाल्ड ट्रंप को मंडुए की रोटी या बिस्कुट खाते हुए नहीं देखूंगा, तब तक बूढ़ा नहीं होउंगा, उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा-मैदान नहीं छोड़ेंगे

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत