Uttar Pradesh: सीएम योगी के लिए मुसीबत मंत्री संजय निषाद?, पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद ने आत्महत्या की

By राजेंद्र कुमार | Updated: February 17, 2025 17:40 IST2025-02-17T17:39:02+5:302025-02-17T17:40:31+5:30

Uttar Pradesh: धर्मात्मा निषाद के परिवारी जन और समर्थकों ने कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के घर के सामने धरना दिया, आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

Uttar Pradesh Trouble CM Yogi Minister Sanjay Nishad Former State Secretary Nishad Party Dharmatma Nishad commits suicide | Uttar Pradesh: सीएम योगी के लिए मुसीबत मंत्री संजय निषाद?, पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद ने आत्महत्या की

file photo

Highlightsगहनता से जांच-पड़ताल की जा रही है. केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.सोमेंद्र मीना का कहा है कि शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मामले में यह कहा कि धर्मात्मा निषाद उनकी पार्टी  के सक्रिय कार्यकर्ता थे.

लखनऊः उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में निषाद पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद ने आत्महत्या (खुदकुशी) कर ली. आत्महत्या करने के पहले धर्मात्मा निषाद ने योगी सरकार के मंत्री संजय निषाद और उनके बेटों पर फर्जी मुकदमों में फंसाने और प्रताड़ना के आरोप लगाए हैं. धर्मात्मा निषाद ने अपनी मौत के लिए निषाद पार्टी के मुखिया और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद तथा उनके दोनों बेटों को जिम्मेदार ठहराया है. धर्मात्मा निषाद के इस आरोप से  उत्तर प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मचा है. विपक्षी दल विधानसभा के मंगलवार से शुरू होने वाले सत्र में उठाकर योगी सरकार को घेरेंगे. 

इसलिए की आत्महत्या

कुल मिलकर निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद जो योगी सरकार में मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री हैं, अब योगी सरकार के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं. उन पर पहले भी पैसे लेकर टिकट ना देने का आरोप पार्टी नेताओं ने लगाया है. इस बार महराजगंज जिले के पनियरा क्षेत्र में रहने वाले और निषाद पार्टी के पूर्व सचिव (युवा मोर्चा) धर्मात्मा निषाद ने आत्महत्या करने के पहले उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

धर्मात्मा निषाद ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखकर अपनी आत्महत्या के कारणों का खुलासा किया है. इस पोस्ट में धर्मात्मा निषाद ने लिखा है कि संजय निषाद और उनके दोनों बेटे उन्हें प्रताड़ित कर रहे थे. उसे झूठे केस में फंसाने की कोशिश भी जा रही थी, जिससे तंग आकर मैं आत्महत्या कर रहा हूं.

मैं अपनी जिंदगी की लड़ाई हार गया, यह आखिरी संदेश है. बहुत सोचने समझने के बाद मैंने फैसला लिया है कि यह दुनिया मेरे किसी काम की नहीं है. अपनी पोस्ट में धर्मात्मा निषाद ने यह भी लिखा, मैंने समाज के हितों के लिए निरंतर संघर्ष किया. प्रदेश के  40 से ज्यादा जिलों में संगठन को मजबूत करने का काम किया.

मेरे बढ़ती लोकप्रियता के कारण मंत्री और उनके परिवार के लोग असहज महसूस करने लगे थे. जिसके चलते उसे प्रताड़ित किया जा रहा था. मुझे झूठे मुकदमे में फंसाया गया, जेल भेजा गया. मेरे ही करीबी लोगों को मेरे खिलाफ भड़काया गया.

पुलिस की जांच शुरू, मंत्री ने दी सफाई

धर्मात्मा निषाद के आत्महत्या करने की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस अधीक्षक (एसपी) महराजगंज सोमेंद्र मीना का कहा है कि शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने पर मौत की वजह स्पष्ट होगी. मामले की गहनता से जांच-पड़ताल की जा रही है. केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.

वही दूसरी तरफ धर्मात्मा निषाद के परिवारीजन और उनके समर्थकों ने कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के घर के सामने धरना दिया, इन लोगों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने मामले को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी संजय निषाद और उनके परिवार पर केस दर्ज करने की मांग पर अड़े हैं.

धर्मात्मा निषाद के परिजनों का कहना है कि जिन लोगों का नाम धर्मात्मा निषाद ने अपनी पोस्ट में लिखा है, उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए. योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने इस मामले में यह कहा कि धर्मात्मा निषाद उनकी पार्टी  के सक्रिय कार्यकर्ता थे.

उनका निधन व्यक्तिगत क्षति है. उन पर लगे आरोपों को उन्होंने खारिज करते हुए कहा है कि उनके खिलाफ गलत और भ्रामक बातें फैलाई जा रही हैं. पुलिस इस मामले की जांच कर रही हैं, जल्दी ही सच्चाई सामने आ जाएगी.

सीएम से मिलने के प्रयास में जुटे संजय निषाद

संजय निषाद के इस दावे के बाद अब योगी सरकार में उनकी स्थिति गड़बड़ाई है. इसकी वजह है उनके ऊपर लगाने वाले आरोप हैं.जिसके चलते वह सीएम योगी के लिए मुसीबत बन चुके हैं. इसके बाद भी वह हर चुनाव में अपने लिए टिकट मांग कर सीएम योगी पर दबाव बनाने की राजनीति करते हैं. बीते विधानसभा चुनावों में उन्होने अपने लिए दस सीटों की मांग की थी.

फिर उन्होने बीते लोकसभा चुनावों में चार सीटे पार्टी के लिए छोड़ने का दबाव बनाया था. इसके बाद दस सीटों पर हुए उपचुनाव में भी उन्होने दो सीटें निषाद पार्टी को देने के लिए सीएम योगी पर दबाव बनाया और इसके बाद वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने दिल्ली गए. अमित शाह से तो वह मिल नहीं पाए लेकिन जेपी नड्डा ने उनसे मिलकर उनकी बात सुनी.

उन्हें जिद्द छोड़ने के लिए माना लिया था. अब इस बार सीएम योगी उनके ऊपर लगे आरोपों को गंभीरता से लेते हुए उन्हे अपने मंत्रिमंडल से बाहर कर सकते हैं. इसलिए अब संजय निषाद इस मामले में नर्म रुख अपनाते हुए सीएम योगी से मिलने का प्रयास कर रहे हैं. अब देखना यह है कि विपक्षी दल जब विधानसभा ने इस मामले को उठाते हैं तो योगी सरकार का रुख क्या रहेगा.    

Web Title: Uttar Pradesh Trouble CM Yogi Minister Sanjay Nishad Former State Secretary Nishad Party Dharmatma Nishad commits suicide

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे