यूपी के बहराइच से सांसद और पूर्व बीजेपी नेता सावित्री बाई फुले ने आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार बीजेपी विरोधी महागठबंधन के नेताओं को परेशान करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है।
लोकमत न्यूज़ से खास बातचीत में फुले ने आरोप लगाया कि "जो नेता गठबंधन कर रहे हैं उन्हें सीबीआई का डर दिखा रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी लोकतंत्र की हत्या करके राजतंत्र का राज लेकर आ रहे हैं।"
फुले ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने गरीबों का वोट पाने के लिए अपनी जाति को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में शामिल करवाया था। फुले ने लोकमत न्यूज़ से कहा, "बीजेपी यह केवल ऐसा कहकर गरीबों का वोट लेने के लिए साजिश करती है। इन्होने बाद में अपनी जाती को खुद से पिछड़ी जाती में शामिल किया।ये कभी देश के नहीं हो सकते। जो आदमी आपनी मां और अपनी पत्नी का नहीं हो सकता वह किसी का भी नहीं हो सकता।'
सावित्री बाई फूले ने कहा ' इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह झूठ बोलते हैं वह खुद को चाय बेचने वाला बताते हैं लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि वह चाय बेचते थे वह तो आरएसएस से हैं, वे अक्सर कहते हैं कि उनकी मां लोगों के घर बरतन मांजती थी लेकिन इस बात का भी कोई सबूत नहीं है।'
कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रबल समर्थक रहीं सांसद सावित्री बाई फुले बीजेपी से इस्तीफा देकर उनकी सबसे बड़ी आलोचकों के रूप में उभरी हैं। लोकमत न्यूज़ ने यूपी के बहराइच की सांसद फुले से उनके राजनीतिक में आगमन, बीजेपी में एंट्री और फिर मोहभंग होने के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के सक्रिय राजनीति में आने के लेकर होने वाले असर लेकर बातचीत की।
सावित्री बाई फूले उत्तर प्रदेश के बहराइच की सांसद हैं. फुले ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दलित से इस्तीफा दिया है।
सावित्री बाई फूले ने बातचीत के दौरान बताया 'जब मैं आठवीं कक्षा में थी तब मुझे सरकारी योजना से 480 रु का छात्रवृति मिली थी, जिसे मुझे स्कूल के प्रिंसिपल ने मुझे नहीं दिया इसके बाद जब मैंने कहा मुझे मेरी छात्रवृति मिलनी चाहिए। तो तत्कालिन प्रिंसिपल ने स्कूल से मेरा नाम काट दिया गया। इसके बाद मैं तीन साल तक घर पर बैठी रही। लेकिन इसके बाद जब मैंने आगे शिकायत की तब मायावती की मदद से मुझे फिर से दाखिला मिला। यही से मेरी राजनीति की शुरुआत वहीं से हुई। '
सावित्री बाई फूले ने भारतीय जनता पार्टी पर दलित, पिछड़ा और मुस्लिम और महिला विरोधी होने का आरोप लगाया। फुले ने कहा, "बीजेपी इन समुदायों को मिलने वाले आरक्षण को खत्म करना चाहती है। वह देश को मनुस्मृति से चलाना चाहती है।" फुले के अनुसार बीजेपी ने देश के संविधान को बदल रही है। फुले ने कहा, "सवर्णों को आरक्षण देकर देश के संविधान के साथ खिलवाड़ किया है।"
बीजेपी छोड़ने की वजह पूछने पर सावित्री बाई फुले ने कहा कि उन्हें संसद में बोलने नहीं दिया जाता था। फुले ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता कहते थे कि वो संसद में वही बोला करें जो उन्हें पार्टी पहले से लिख कर दे।