Hathras Stampede Incident: हाथरस में बीते दिनों आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। इस घटना में विपक्ष योगी आदित्यनाथ की सरकार पर निशाना साध रही है। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ भरोसा दिला रहे हैं कि घटना के पीछे दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।
अब हाथरस कांड में राष्ट्रीय महिला आयोग की एंट्री भी हो गई है। बुधवार को आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा हाथरस पहुंची। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मैंने सुना है कि सारी अनियमितताएं 'सेवक' की वजह से हुई हैं। मैंने पुलिस से बात की और उन्होंने भी कहा कि उन्होंने उसके खिलाफ़ एफआईआर दर्ज कर ली है। रेखा शर्मा ने आगे कहा कि वह गुरु जो भी हो, उसके खिलाफ़ भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उसने फ़ोटो नहीं खींची ताकि वह सामने न आ सके और कोई सबूत न आ सके। वह लोगों से उनके फ़ोन जमा करवाता था। तो, निश्चित रूप से कुछ गड़बड़ है। पुलिस जांच करेगी और पता लगाएगी कि क्या यह पहले से ही सोची-समझी योजना थी।
उन्होंने कहा कि यह चिंता की बात है कि ज़्यादातर मृतक महिलाएं थीं। इन महिलाओं को गुमराह करना आसान था क्योंकि वे अशिक्षित थीं। हमें महिलाओं को ऐसे गुरुओं के बारे में जागरूक करने की ज़रूरत है। हम आने वाले समय में महिलाओं को ऐसे तथाकथित बाबाओं से सावधान रहने की सलाह देंगे। हमने प्रशासन से की गई कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
मालूम हो कि सीएम योगी आदित्यनाथ भी बुधवार को हाथरस पहुंचे थे। उन्होंने अस्पताल में इलाज करा रहे हैं घायलों से मुलाकात की। इसके बाद सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बताया कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जा रही है और इसके लिए एसआईटी गठित की गई है।