लखनऊ: उत्तर प्रदेश काडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने दावा किया है कि उन्हें नजरबंद कर दिया गया है। अमिताभ ठाकुर ने एक ट्वीट कर ऐसा दावा किया।
साथ ही अमिताभ ठाकुर ने एक वीडियो भी पोस्ट किया और कहा कि लखनऊ पुलिस द्वारा बिना कारण बताये और एफआईआर की कॉपी दिए जबरन हजरतगंज थाने ले जाया जा रहा है। इस वीडियो में कुछ पुलिस कर्मी अमिताभ ठाकुर को गाड़ी में बैठाते नजर आ रहे हैं।
अमिताभ ठाकुर की पत्नी की ओर से भी यही वीडियो पोस्ट करते हुए आशंका जताई गई कि कुछ अप्रिय घटना अमिताभ ठाकुर के साथ हो सकती है।
इससे पहले शुक्रवार को ही उन्होंने नई राजनीतिक पार्टी बनाने का भी ऐलान किया था। इस ऐलान के बाद उन्होंने एक और वीडियो पोस्ट किया और लिखा, मेरे अयोध्या गोरखपुर यात्रा के निकट आते और नई राजनैतिक पार्टी की घोषणा करते ही फिर नजरबंद. अजीबोगरीब स्थिति! मानो कानून का नहीं व्यक्ति विशेष का राज हो! इतना डर क्यों सरकार ?
इससे पहले 21 अगस्त को पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को नजरबंद कर दिया था। बहरहाल अमिताभ ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि अपने समर्थकों और शुभचिंतकों से विचार-विमर्श करने के बाद उन्होंने एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने का फैसला किया है। ठाकुर ने कहा कि पार्टी बनाने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी और उनके नए संगठन का प्रस्तावित नाम ‘अधिकार सेना’ होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा
अमिताभ ठाकुर ने हाल में अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इस महीने की शुरुआत में ठाकुर की पत्नी नूतन ने घोषणा की थी कि योगी आदित्यनाथ जहां से भी चुनाव लड़ेंगे, वहां से अमिताभ उनके खिलाफ अवश्य ही चुनाव लड़ेंगे।
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लिए गए एक निर्णय के बाद ठाकुर को 23 मार्च को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक आदेश में ठाकुर के बारे में कहा गया था कि उन्हें अपनी सेवा के शेष कार्यकाल के लिए बनाए रखने के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया। ठाकुर का कार्यकाल 2028 में पूरा होने वाला था।