आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के दो गांवों में संदिग्ध रूप से जहरीली शराब पीने से कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने बताया कि आगरा के कौलारा कलां और बारकुला गांवों में सोमवार रात को यह घटना घटी जिसके बाद शराब की चार दुकानें सील कर दी गई हैं। आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
इस बीच पीटीआई के अनुसार आगरा के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण पूर्व) अशोक वेंकट ने कहा, ‘मौत की असली वजह अबतक पता नहीं चली है और पोस्टमार्टम के बाद उसका पता चलेगा।’ उन्होंने बताया कि कौलारा कलां गांव के राधे (42), अनिल (34)और रामवीर (40) तथा बारकुला गांव के गया प्रसाद (50) की मौत हुई है।
अनिल के पिता श्री निवास (65) ने आरोप लगाया कि उसके बेटे और उसके गांव के दो अन्य लोगों की मौत गांव की एक दुकान से खरीदी गयी नकली शराब के पीने से ही हुई है।
उन्होंने कहा, ‘मेरा बेटा आदतन शराबी था और नहीं पीने के मेरे बार बार अनुरोध करने के बाद भी वह रविवार रात को राधे एवं रामवीर के साथ पीने बैठ गया।’ उन्होंने कहा कि अनिल सोमवार को बीमार पड़ गया और वह उसे पहले एक स्थानीय डॉक्टर एवं फिर आगरा के एक अस्पताल में ले गये जहां उसकी मौत हो गई।
कौलारा कलां के ही सुदीप ने कहा कि अनिल ने राधे एवं रामवीर के साथ शराब पी थी और सोमवार को वे बीमार पड़ गये। श्रीनिवास ने आरोप लगाा कि उनके गांव और आसपास के क्षेत्र नकली शराब के केंद्र बन गये हैं।
प्रशासन पर लग रहे लापरवाही और मामले को दबाने के आरोप
जहरीली शराब के इस मामले में प्रशासन पर लापरवाही के आरोप भी लग रहे हैं। आरोप हैं कि जिला प्रशासन और आबकारी विभाग मामले को दबाने के प्रयास में जुटा है। प्रशासन मामले में कार्रवाई ना करके पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।
वहीं, ग्रामप्रधान शंकर सिंह ने कहा- ‘मैंने भी क्षेत्र में नकली शराब के कारोबार का मुद्दा पुलिस एवं अन्य अधिकारियों के साथ बार बार उठाया लेकिन किसी ने हमारी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया।'
ग्रामीणों के अनुसार कथित रूप से नकली शराब पीने से मरे राधे का अंतिम संस्कार उसके परिवार के सदस्यों ने पुलिस की अनुमति के बगैर सोमवार देर शाम कर दिया। अन्य तीन के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गये हैं।
(पीटीआई इनपुट)