लखीमपुर: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार आज तड़के उस समय हिरासत में ले लिया जब वह लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मिलने जा रही थीं। प्रियंका गांधी पिछली रात लखनऊ से लखीमपुर के लिए रवाना हुई थीं।
प्रियंका गांधी को सीतापुर के हरगांव में हिरासत में लिए जाने की खबर है। इसके बाद उन्हें सीतापुर गेस्ट हाउस ले जाया गया है। वहीं युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने दावा किया कि प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
प्रियंका गांधी किसानों से मिलने के लिए आधी रात के बाद लखीमपुर के लिए रवाना हुई थीं। इससे पहले रास्ते में कई जगहों पर पुलिस को रखा गया है। प्रियंका ने आरोप लगाया था कि उन्हें रोकने की कोशिश हो रही है। यूपी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर कई वीडियो साझा किए गए हैं, जिसमें प्रियंका गांधी और पुलिस अधिकारियों के बीच बहस होती नजर आ रही है।
इससे पहले पार्टी के एक नेता ने सोमवार रात बताया था, ‘प्रियंका अभी (लखीमपुर खीरी के लिए) रवाना नहीं हुई हैं। उन्हें नजरबंद किए जाने की पूरी आशंका है। मकान के बाहर 300 पुलिसकर्मी और 150 महिला कांस्टेबल हैं। 300 से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ता भी हैं।’
बता दें कि प्रियंका ने लखीमपुर हिंसा की घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है और पूछा क्या किसानों को इस देश में जिंदा रहने का अधिकार है।
उन्होंने ट्वीट किया, 'भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएंगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है। किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।'
राकेश टिकैत सोमवार तड़के लखीमपुर पहुंचे
इस बीच किसान नेता राकेश टिकैट सुबह करीब साढ़े चार बजे लखीमपुर पहुंच गए थे। इसके बाद उन्होंने एक गुरुद्वारे में किसानों के साथ बैठक की। बैठक से पहले उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा पर केस दर्ज करने और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की।
इस बीच आज सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और अन्य विपक्षी नेता लखीमपुर के लिए रवाना होंगे।
लखीमपुर हिंसा की पूरी घटना क्या है?
दरअसल यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लखीमपुर खीरी में रविवार को एक कार्यक्रम में आना था। किसान यहां कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने डिप्टी सीएम के दौरे का भी विरोध किया।
किसानों ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे अशीष मिश्रा और उसके समर्थकों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गाड़ियां चढ़ा दीं। यह घटना तिकोनिया कोतवाली क्षेत्र के तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई। बनबीरपुर खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव भी है।
गाड़ी चढ़ाए जाने की घटना के बाद गुस्साए किसानों ने दो एसयूवी गाड़ियों में आग लगा दी। इस पूरे मामले में अब तक कुल 8 लोगों के मारे जाने की खबर है। इसमें कम से कम चार किसान भी शामिल हैं।