उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को मिलेगा सेवा विस्तार?, केंद्र को योगी सरकार ने भेजा पत्र, ब्यूरोक्रेसी में अटकलें तेज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 16, 2025 17:30 IST2025-07-16T17:29:57+5:302025-07-16T17:30:34+5:30
मनोज कुमार सिंह 30 जून 2024 को यूपी के 55 वें मुख्य सचिव बने थे. मनोज कुमार सिंह यूपी के मुख्य सचिव के साथ ही औद्योगिक विकास आयुक्त और अध्यक्ष पिकप के अध्यक्ष का दायित्व भी संभाल रहे हैं.

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लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहद भरोसेमंद अफसर हैं. राज्य में औद्योगिक निवेश को लाने के लिए मनोज कुमार सिंह द्वारा किए गए प्रयासों से मुख्यमंत्री बेहद खुश हैं. अब चूकि वर्ष 1988 बैच के आईएएस अफसर मनोज का रिटायरमेंट इसी 31 जुलाई को है. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी अब यह चाहते हैं कि मनोज कुमार सिंह को कम से कम एक माह का सेवा विस्तार मिल जाए. केंद्र सरकार की सहमति से ही मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार मिल सकता है. जिसके चलते प्रदेश सरकार ने मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को एक साल का सेवा विस्तार देने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भेजा है. इस पत्र में मुख्य सचिव को सेवा विस्तार दिए जाने के संबंध में उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख किया गया है.
बताया जा रहा है कि राज्य में अगले आठ माह के भीतर होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के साथ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी को लेकर उन्हें सेवा विस्तार देने की आग्रह पत्र में किया गया है. इस पत्र के आधार पर मुख्य सचिव मनोज सिंह को सेवा विस्तार मिलेगा या नहीं, इस पर तस्वीर इसी 30 जुलाई तक साफ हो जाएगी. फिलहाल उन्हें सेवा विस्तार मिलेगा या नहीं, इसे लेकर ब्यूरोक्रेसी में अटकले लगाई जा रही है.
सीएम योगी ने की पैरवी, अब केंद्र लेगा फैसला
मनोज कुमार सिंह 30 जून 2024 को यूपी के 55 वें मुख्य सचिव बने थे. मनोज कुमार सिंह यूपी के मुख्य सचिव के साथ ही औद्योगिक विकास आयुक्त और अध्यक्ष पिकप के अध्यक्ष का दायित्व भी संभाल रहे हैं. इसके पहले वह योगी सरकार में नगर विकास, पंचायती राज, ग्राम विकास विभाग और कृषि उत्पादन आयुक्त जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं.
सूबे की ब्यूरोक्रेसी में उन्हें सीएम योगी का बेहद भरोसेमंद अधिकारी माना जाता है. यहीं वजह है कि प्रदेश सरकार ने उन्हें एक साल का सेवा विस्तार देने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भेजा है. जबकि बीते माह सीएम योगी के बेहद करीबी माने जाने वाले यूपी के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार के लिए ऐसा प्रयास नहीं किया गया और 30 जून को रिटायर हो गए.
जबकि अब मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार दिलाने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया गया. ताकि राज्य में औद्योगिक निवेश को लाने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, उन पर विराम ना लगे. इसी आधार पर वर्ष 2019 में सूबे के मुख्य सचिव रहे अनूप चंद पांडेय को छह माह का सेवा विस्तार केंद्र सरकार ने दिया था.
इस वजह से सीएम योगी को भरोसा है कि उनके भरोसेमंद मनोज कुमार सिंह को भी सेवा विस्तार मिल जाएगा. इस भरोसे ही एक वजह छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन को तीन माह का और हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को छह महीने का सेवा विस्तार मिलना भी है.
इसीलिए प्रदेश सरकार ने मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार देने के लिए यूपी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के साथ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का जिक्र पत्र में किया है. अब इस मामले में फैसला केंद्र सरकार को लेना है. सीएम योगी ने मनोज कुमार सिंह की पैरवी कर दी है, अब फैसला केंद्र सरकार को लेना है.
अगर केंद्र नहीं माना तो
केंद्र सरकार अगर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार देने पर सहमत नहीं होता है तो 1989 बैच के अफसर एसपी गोयल या देवेश चतुर्वेदी को मुख्य सचिव बनाया जा सकता है. एसपी गोयल मौजूदा समय में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री के पद पर तैनात हैं. उन्हे भी सीएम योगी का भरोसेमंद अधिकारी माना जाता है.
एसपी गोयल का रिटायरमेंट वर्ष 2027 में है, इस नाते उनके पास सूबे का मुख्य सचिव बनाने का मौका आगे भी रहेगा. देवेश केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार में सचिव पद पर तैनात हैं, इसलिए उनके यूपी में लौटने की संभावना कम ही है. इसके बाद वर्ष 1990 बैच के दीपक कुमार भी मुख्य सचिव की रेस में हैं. दीपक कुमार वर्तमान में कृषि उत्पादन आयुक्त के पद पर कार्यरत है.