लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपना दल कमेरावादी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पल्लवी पटेल अब अपने दम पर योगी सरकार और उनके मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोलने में जुट गई है. इसके तहत ही उन्होंने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के गढ़ में सिराथू से पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन करने का फैसला किया है. दो दिवसीय यह राष्ट्रीय अधिवेशन 13 और 14 सितंबर को सिराथू में होगा.
इसके पहले सारनाथ में वर्ष 2022 को पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था, जिसमें सपा के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसला हुआ था. अब इस बार के अधिवेशन में सूबे की योगी सरकार और उसके मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पार्टी को मजबूत करने की राजनीति पर मोहर लगाई जाएगी.
बताया यह भी जा रहा है कि पल्लवी पटेल प्रयागराज को पार्टी का एक मजबूत किला बनाना चाहती हैं. इसलिए अब इस धरती से वह सीधे योगी सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए अपनी छवि को एक लड़ाकू नेता के रूप में बनाने में जुटेंगी. जैसा वर्षों पहले मायावती ने बिजनौर में किया था और आयरन लेडी के रूप में अपनी छवि बनाई.
योगी सरकार की पल्लवी खोलेंगी पोल :
पल्लवी पटेल को लगता है कि प्रयागराज की धरती से वह ऐसा कर सकती हैं. अपने जूझारू रवैये के चलते ही उन्होने वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को बड़े अंतर से चुनाव हराया था. अगर वह अपनी बहन अनुप्रिया पटेल जो केंद्र सरकार में मंत्री हैं की तरह राजनीति कर रही होती तो केशव प्रसाद मौर्य को हारा नही पायी. ऐसी सोच रखने वाली पल्लवी पटेल कहती हैं कि पार्टी के दो दिवसीय इस अधिवेशन के पहले दिन पार्टी के राष्ट्रीय और प्रांतीय पदाधिकारियों के बीच राजनीतिक और सांगठनिक प्रस्तावों पर चर्चा होगी. इसमें पार्टी की आगामी रणनीति, राजनीतिक मुद्दों और दिशा पर विमर्श किया जाएगा. जबकि दूसरे दिन सिराथू के कृषि मैदान सैनी में विशाल आमसभा का आयोजन होगा.
इस दौरान अधिवेशन में पारित प्रस्तावों को जनता के बीच रखा जाएगा. इसके के बाद पार्टी राज्य में योगी सरकार ही जनविरोधी कार्यों का जनता के बीच उजागर करेगी. खुद पल्लवी पटेल अब जिलों-जिलों में जाकर लोगों को योगी सरकार के रोजगार देने की अभियान की पोल खोलेंगी. लोगों को बताएँगी कि कैसे आठ सालों में सिर्फ रोजगार देने के झूठे आंकड़े जनता के बीच बताए जा रहे हैं. जबकि हकीकत यह है कि राज्य के सरकारी विभागों में हजारों पद खाली पड़े हैं.
उन पर सरकार भर्ती नहीं कर रही है. ऐसे ही शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में बोला जा रहा है. किसानों को खाद नहीं मिल रही है और सरकार दावा करती है कि खाद के गोदाम भरे हुए है. तो फिर खाद क्यों नहीं मिल रही है. यह सवाल अब वह हर जगह उठाएगी. यही नहीं अपनी बहन (अनुप्रिया) और जीजा (आशीष पटेल) के विभागों की नाकामी को भी जनता के बीच रखेगी. इसके साथ ही प्रयागराज में योगी सरकार में मंत्री तथा विधायकों ने किस तरह से जनता के समस्याओं की अनदेखी ही है, इसका भी वह आमसभा में जिक्र करेंगी.
पार्टी का विस्तार करने पर ध्यान है :
अपने दल को लेकर पल्लवी का कहना है कि अपना दल (कमेरावादी) लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चलने वाला संगठन है. यह दल गांव, गरीब, मजदूर, किसान और पूरे कमेरा समाज के अधिकारों तथा सामाजिक न्याय के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करता रहा है. मेरे पिता डॉ. सोनेलाल पटेल ने साल 1995 में डॉ. सोनेलाल पटेल ने वंचित समाज को राजनीतिक हिस्सेदारी दिलाने के लिए इस दल की नींव रखी थी और आज भी यह दल साहू , फूले और अम्बेडकर की विचारधारा पर मजबूती से खड़ा है. इसे मैं और मेरे मां लगातार मजबूत करने में जुटे. इसीलिए लखनऊ या दिल्ली में पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन ना करके इसे सिराथू में अपने लोगों के बीच कर रहे हैं.
अब यहां से पार्टी को प्रदेश के अन्य जिलों मजबूत करने की रणनीति तैयार की जाएगी. सपा के साथ अपने रिश्तों को लेकर पल्लवी पटेल अभी कुछ नहीं बोलती है, वह कहती सपा के साथ मिलकर ही सिराथू से चुनाव लड़ा था.फ़िहहाल तो पार्टी को मजबूत करने और उसका विस्तार करने पर ही हमारा ध्यान है.