लखनऊः उत्तर प्रदेश के लखनऊ में राजनीति हलचल तेज है। आजम खान को लेकर राजनीति चकल्लस तेज हो गई है। सपा नेता आजम खान के बसपा में शामिल होने की अटकलों पर सपा प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि आजम खान और समाजवादियों ने लंबे समय से भाजपा का सामना करने में प्रमुख भूमिका निभाई है। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में उनके सभी मामले खत्म हो जाएंगे। जिस तरह से सीएम ने उनके और डिप्टी सीएम के साथ-साथ भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमे वापस लिए हैं, सपा सरकार बनने के बाद, आजम खान के खिलाफ सभी झूठे मुकदमे वापस ले लिए जाएंगे।
रसड़ा से बहुजन समाज पार्टी के विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान बसपा में शामिल होना चाहते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा, क्योंकि उनके आने से संगठन मजबूत होता है। सपा के पीडीए फॉर्मूले पर तंज कसते हुए उन्होंने इसे बसपा की सर्वसमाज समावेश की नीति की नकल बताया।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों ने देखा है कि कैसे बसपा ने एक अल्पसंख्यक नेता को 22 विभाग देकर महत्व दिया। सोमवार को बलिया के रसड़ा स्थित उनके आवास पर जब पत्रकारों ने यह जानने के लिए संपर्क किया कि क्या आजम खान की पत्नी ने बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की है।
पार्टी में उनके लिए दरवाजे खोले जा रहे हैं, तो सिंह ने कहा कि लोग अब यूपी में बसपा की सरकार देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अपने चार कार्यकालों के दौरान बसपा सुप्रीमो ने कानून का राज स्थापित किया और सभी का विकास सुनिश्चित किया। इसी को देखते हुए न केवल लोग बल्कि राजनेता भी बसपा की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सपा द्वारा घेर लिए जाने के कारण आज़म खान बहनजी पर भरोसा दिखा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि बसपा में उनके प्रवेश के बारे में कोई भी बात पार्टी सुप्रीमो या आज़म खान ही तय कर सकते हैं। सिंह ने आज़म की पत्नी की मायावती से मुलाकात के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार करते हुए कहा, "हम यहाँ सभी का स्वागत करते हैं क्योंकि लोगों के आने से पार्टी मज़बूत होती है।
अगर आज़म खान आना चाहें तो उनका भी स्वागत किया जाएगा।" सपा के पीडीए फॉर्मूले और आज़म के बसपा में जाने से इसके कमज़ोर होने की संभावनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंह ने कहा कि पीडीए बसपा की सर्वसमावेशी नीति की नकल मात्र है, लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार किया गया, यह सबने देखा है।