लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान की गति सुस्ते होने की आंकड़े जारी होते ही योगी सरकार हरकत मे आ गई है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सूबे में एसआईआर की गति को तेज करने के लिए अपनी सरकार के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक तथा पदाधिकारियों को अपने निजी काम छोड़कर एसआईआर के काम में जुटने को कहा है. इसी क्रम में सीएम योगी ने मंत्री और पार्टी के विधायक तथा पदाधिकारियों से कहा है कि बूथ पर लगने वाले कैंप में वह शाम को बैठकर लोगों से एसआईआर का फार्म भरवाए. ताकि राज्य के सभी लोगों का फार्म भरवाया जा सके.
सीएम योगी का निर्देश :
मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों के अनुसार, राज्य में एसआईआर का अभियान शुरू होने के बाद से भाजपा के नेता इसे लेकर काफी सक्रिय हैं. इसके बाद भी राज्य के महानगरों में एसआईआर का काम बहुत सुस्त है. जिस गति से महानगरों में यह अभियान चल रहा है, उसके चलते बड़ी संख्या में महानगरों में यदि एसआईआर से लोग छूट जाएगे तो इसका नुकसान भाजपा को होगा क्योंकि महानगरों में भाजपा ख़ासी मजबूत है.
यही वजह है कि सीएम योगी ने इस मामले में पार्टी के नेताओं और मंत्रियों को वीडियोक्र्न्फ़्रेंसिंग के जरिये यह निर्देश दिया है कि अपने सभी निजी कार्य छोड़कर एसआईआर में जुट जाएं. ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे.उनके फार्म भरवाए. हर बूथ पट कैंप लगाए जाएं. वहाँ मंत्री और विधायक शाम को बैठे और एसआईआर के पिछड़ गए कार्य को तेज करें.
खासतौर से शहरी इलाकों में इस कार्य पर ज़ोर दिया जाए क्योंकि कई महानगरों में यह कार्य पिछड़ा हुआ पाया गया है. यूपी में 15.44 करोड़ मतदाता हैं. इस सभी मतदाताओं के घर पर जाकर बीएलओ उन्हे भरने के लिए गणना फॉर्म की दो प्रतियां दे रहे हैं. अभी तक 55 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं के फार्म ही भरकर बीएलओ के पास पहुंचे है. जबकि एक हफ्ते का समय आयोग ने इसके लिए बढ़ाया है. अब तय समय के भीतर हर मतदाता का फार्म भर जाये इसके लिए योगी सरकार अब हर स्तर पर तेजी दिखा रही है.