उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार देर रात बड़ा कदम उठाते हुए लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय को हटा दिया। उन्हें एडीजी (एटीसी) सीतापुर बनाया गया है। वहीं, एटीएस के एडीजी डीके ठाकुर को लखनऊ का पुलिस कमिश्नर बनाया गया है।
माना जा रहा है कि दिवाली से एक दिन पहले लखनऊ के बंथरा में हुए जहरीली शराब कांड के बाद ये कदम उठाया गया है। लखनऊ के नए पुलिस कमिश्नर के रूप में डीके ठाकुर ने आधी रात को चार्ज भी संभाल लिया। बंथरा में हुए जहरीली शराब कांड में अब तक 6 लोगों की मौत हुई है और 7 लोग गंभीर रूप से बीमार हैं।
बहरहाल, इसके अलावा दो और सीनियर आईपीएल अधिकारियों के भी तबादले किए गए हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे जीके गोस्वामी को एटीएस का एडीजी बनाया गया है। राजकुमार को एडीजी कार्मिक बनाया गया है।
1994 बैच के आईपीएस अफसर हैं डीके ठाकुर
लखनऊ के नए पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर 1994 बैच के आईपीएस अफसर हैं और लखनऊ के एसएसपी भी रह चुके हैं। बता दें कि जहरीली शराब का मामला 13 नवंबर को सामने आया था। बंथरा के रसूलपुर गांव निवासी सुंदरलाल, अच्छे और लतीफ नगर निवासी राजकुमार ने 12 नवंबर की देर शाम देशी शराब खरीद कर पी थी।
इलाज के दौरान सुंदरलाल, अच्छे और राजकुमार की मौत हो गई। बाद में तीन और लोगों की जान चली गई। दूसरी ओर फिरोजाबाद में भी कल कथित तौर पर जहरीली शराब पीने के कारण तीन लोगों की मौत हो गई। तीनों ने सोमवार की शाम शराब का सेवन किया था और उसके बाद से उनकी स्थिति बिगड़ने लगी।
आबकारी विभाग पर भी कार्रवाई
जहरीली शराब कांड के बाद योगी सरकार ने लखनऊ और फिरोजाबाद के जिला आबकारी अधिकारियों को भी निलंबित कर दिया है। लखनऊ के आबकारी निरीक्षक आलोक पाण्डेय को हटाया गया है। फिरोजाबाद के भी आबकारी निरीक्षक आरके सिंह को निलंबित किया गया है।
साथ ही लखनऊ के जिला आबकारी अधिकारी सुदर्शन सिंह भी हटाये गए हैं। फिरोजाबाद के जिला आबकारी अधिकारी राम स्वार्थ चौधरी को भी हटा दिया गया है।