लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने वक्फ की संपत्तियों के होने वाले सर्वे के संबंध में एक बाद स्पष्ट कर दी है कि वक्फ की संपत्ति खुदा की संपत्ति है। इसलिए यूपी सरकार इसे किसी को भी कब्जा करने या फिर इसके अवैध इस्तेमाल की इजाजत नहीं देगी।
इस कारण योगी सरकार प्रदेश में वक्फ की मौजूदा करोड़ो-अरबों की संपत्ति का सर्वे करा रही है और इसके अवैध खरीद-फरोख्त या अतिक्रमण पर सख्त कदम उठाते हुए लगाम लगाएगी।
इस संबंध में उत्तर प्रदेश मुस्लिम वक्फ और हज मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा, "सरकार के लिए वक्फ संपत्तियां बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वक्फ की संपत्ति खुदा की संपत्ति है और सरकार इस पर किसी को भी कब्जा करने का अनुमति नहीं देगी। सरकार ने वक्फ की संपत्ति के संरक्षण के लिए अच्छी मंशा से सर्वे शुरू किया है। पहले वक्फ संपत्तियों की पहचान की जाएगी उसके बाद उस पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"
मालूम हो कि यूपी सरकार ने वक्फ की संपत्तियों के सर्वे का आदेश तब दिया, जब उसके पास इसके अवैध कब्जे को लेकर कई शिकायतें दर्ज हुईं। बताया जा रहा है कि वक्फ की संपत्तियां सीधे शिया और सुन्नी वक्फ बोर्डों का अधीन हैं। इस कारण बहुत से मुस्लिम धर्मगुरु कथिततौर से अपने लोगों के जरिये इन बेशकीमती जमीनों पर कब्जा कर लेते हैं या इन्हें बेच देते हैं।
बताया जा रहा है कि करोड़ो-अरबों की संपत्ति होने के बावजूद यूपी वक्फ बोर्ड इस समय घाटे में चल रहे हैं और गाहे-बगाहे वो उत्तर प्रदेश सरकार से अनुदान की भी मांग करता रहता है। चूंकि वक्फ संपत्तियों पर पर सरकार का सीधे कोई हस्तक्षेप नहीं है।
इस कारण वक्फ की संपत्तियों की अवैध खरीद-फरोख्त की जाती है। लेकिन अब योगी सरकार ने मामले में सख्ती दिखाते हुए वक्फ की मौजूदा संपत्तियों का सर्वे करना का आदेश दिया है। जिसका यूपी वक्फ बोर्ड द्वारा भारी विरोध किया जा रहा है और इसे वक्फ के कार्य में सरकार की दखलंदाजी बताया जा रहा है।
लेकिन इस संबंध में यूपी मुस्लिम वक्फ और हज मंत्री धर्मपाल सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि वक्फ से जुड़ी सभी संपत्तियों का सर्वे कराया जाएगा और इस संबंध में कानूनी तौर पर सारी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा लेकिन अगर किसी ने सर्वे का विरोध किया तो उसके साथ सख्ती से निपटा जाएगा।