यूपी चुनावः सपा प्रमुख अखिलेश यादव और शिवपाल के खिलाफ कांग्रेस ने क्यों नहीं उतारे उम्मीदवार, सचिन पायलट ने बताई वजह

By अनिल शर्मा | Published: February 3, 2022 01:19 PM2022-02-03T13:19:09+5:302022-02-03T13:22:26+5:30

सचिन पायलट ने कहा कि राजनीतिक शिष्टाचार के रूप में, कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में करहल निर्वाचन क्षेत्र से अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा किया है।

UP Elections Why Congress did not field candidates against SP chief Akhilesh Yadav and Shivpal yadav | यूपी चुनावः सपा प्रमुख अखिलेश यादव और शिवपाल के खिलाफ कांग्रेस ने क्यों नहीं उतारे उम्मीदवार, सचिन पायलट ने बताई वजह

यूपी चुनावः सपा प्रमुख अखिलेश यादव और शिवपाल के खिलाफ कांग्रेस ने क्यों नहीं उतारे उम्मीदवार, सचिन पायलट ने बताई वजह

Highlightsसपा प्रमुख अखिलेश यादव मैनपुरी के करहल से चुनाव लड़ रहे हैंअखिलेश के चाचा व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संस्थापक शिवपाल यादव जसवंतनगर से चुनाव लड़ रहे हैं

नई दिल्लीः यूपी चुनाव के महासंग्राम में कांग्रेस ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और शिवपाल यादव (Shivpal Yada) के सामने कोई भी उम्‍मीदवार नहीं उतारा है। अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल सीट से तो प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संस्थापक शिवपाल यादव जसवंतनगर से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने यहां से ज्ञानवती यादव को अपना उम्मीदवार घोषित किया था लेकिन अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने के फैसले के बाद कांग्रेस ने ज्ञानवती को नामांकन करने से मना कर दिया।

कांग्रेस ने अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के खिलाफ क्यों नहीं कोई उम्मीदवार उतारे, इसका जवाब कांग्रेस के स्टार प्रचारक सचिन पायलट ने अब दिया है। बुधवार को सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी ने अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ 'राजनीतिक शिष्टाचार' के तहत कोई उम्मीदवार नहीं उतारा।

सपा भी कांग्रेस के प्रति निभा चुकी है राजनीतिक शिष्टाचार

सचिन पायलट ने कहा कि राजनीतिक शिष्टाचार के रूप में, कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में करहल निर्वाचन क्षेत्र से अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं खड़ा किया है। जब सोनिया गांधी ने पहले राज्य में रायबरेली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, तब सपा ने उम्मीदवार नहीं उतारा था। सोनिया गांधी 2004, 2009, 2014 और 2019 में रायबरेली की सीट से लोकसभा सांसद के रूप में चुनी गई थीं।

समाजवादी पार्टी ने 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।  पायलट ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बदलाव 'निश्चित रूप से' होंगे। उत्तर प्रदेश में 5 साल सत्ता में रहने के बाद भी बीजेपी वोट हासिल करने के लिए लोगों में डर पैदा करना चाहती है। हालांकि कांग्रेस अपने घोषणापत्र और उम्मीदवारों के सहारे चुनाव लड़ रही है। प्रियंका गांधी ने इस बार पहले ही महिलाओं पर ज्यादा ध्यान दिया है।'

 उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को, दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को होगा। तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और सातवां चरण 7 मार्च को होगा। फैसला 10 मार्च को आएगा।

Web Title: UP Elections Why Congress did not field candidates against SP chief Akhilesh Yadav and Shivpal yadav

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