UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में कल पहले चरण के लिए मतदान होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर करारा हमला किया। पीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों ने मुसीबतें झेली हैं, जिस प्रकार का वहां गुंडाराज और दबंगराज चलता था, वहां की सरकार में दबंग लोगों को आश्रय प्राप्त था।
बहन बेटी घर से बाहर नहीं निकल पाती थी, ये उत्तर प्रदेश ने देखा है। पीएम मोदी ने समाचार एजेंसी एएनआई को खास इंटरव्यू कहा कि मैं इस चुनाव में सभी राज्यों में देख रहा हूं कि भाजपा के प्रति लहर है, भारी बहुमत से भाजपा जीतेगी। हमें सेवा का मौका इन सभी 5 राज्यों की जनता देगी। जिन राज्यों ने हमें सेवा का मौका मिला है उन्होंने हमें परखा है, हमारे काम को देखा है।
हमने बहुत पराजय देखीः पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव का समय हो या ना हो, भाजपा संगठन में हो या सरकार में हो, हम हमेशा जनता-जर्नादन की सेवा में लगे रहते हैं। जब सरकार में होते हैं तो बहुत अधिक तीव्रता से अधिक विस्तार से सबका साथ, सबका विकास इस मूल मंत्र को लेकर जी जान से जुटे रहते हैं।
भाजपा सामूहिकता में विश्वास करती है। हम स्तर पर सामूहिक रूप से काम करने के आदी हैं। वो तस्वीर प्रधानमंत्री की नहीं है, वो भाजपा की कार्यकर्ता की तस्वीर है जिसको नरेन्द्र मोदी कहते हैं।भाजपा हार-हार कर ही जीतने लगी है। हमने बहुत पराजय देखी हैं, जमानत जब्त होती देखी हैं।
जनसंघ के समय चुनाव हारने पर भी मिठाई बांटी जा रही थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक बार जनसंघ के समय चुनाव हारने पर भी मिठाई बांटी जा रही थी, तो हमने पूछा की हारने पर मिठाई क्यों बांट रहे हैं? तब बताया गया कि हमारे तीन लोगों की जमानत बच गई। उस जमाने से गुजरे हुए हम लोग हैं, इसलिए जय और पराजय दोनों हमने देखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम जब विजयी होते हैं कि हमारी कोशिश होती है कि ज्यादा से ज्यादा जमीन से जुड़े, जमीन के साथ जितना गहरा नाता बनता जाए हम बनाएं। हम जब चुनाव जीतते हैं तो हम लोगों के दिल जीतने के काम में कोई कमी नहीं आने देते हैं। हमारे लिए हर पल, हर दिन, हर योजना, हर काम जनता-जर्नादन के लिए समर्पित होती है।
पिताजी अगर नहीं कर सकते तो पुत्र उस पार्टी का अध्यक्ष बनें
एक परिवार से अनेक लोग जनता के बीच जाएं और जनता उनका चुनाव करके भेजे, वो राजनीति का एक पहलू है। दूसरा एक परिवार के लोग ही उस पार्टी के अध्यक्ष बनें,कोषाध्यक्ष बनें, उस पार्लियामेंट्री बोर्ड बनें, पिताजी अगर नहीं कर सकते तो पुत्र उस पार्टी का अध्यक्ष बनें। ये जो विरासत के रूप में चल रहा है, डायनेस्टी के रूप मे चल रहा है। ये जब होता है तब पार्टी परिवार की बन जाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक बार किसी ने मुझे चिट्ठी भेजी थी कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के परिवार से 45 लोग ऐसे थे जो किसी न किसी पद पर थे। किसी ने मुझे कहा कि उनके पूरे परिवार में 25 साल से अधिक आयु के हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है।