UP Election 2022: पूर्व आईपीएस असीम अरुण ने कन्नौज से नामांकन भरा, खुद को बताया लखपति और पत्नी हैं करोड़ों की मालकिन, यहां जानें
By भाषा | Updated: January 30, 2022 14:04 IST2022-01-30T13:46:52+5:302022-01-30T14:04:31+5:30
UP Election 2022: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में आए असीम अरुण को मैदान में उतारा है।

असीम अरुण ने कहा कि चुनाव में मुख्य मुद्दे कानून-व्यवस्था और विकास हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि क्षेत्र की जनता उन्हें वोट देगी।
UP Election 2022: भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी असीम अरुण ने कन्नौज (सुरक्षित) सीट से शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। अपने हलफनामे में असीम अरुण ने 45.66 लाख रुपये की चल संपत्ति, जबकि 1.52 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति की घोषणा की है।
हलफनामा में उनकी पत्नी ज्योत्सना अरुण की चल संपत्ति 14,00,81,932.32 रुपये जबकि अचल संपत्ति 4,87,50,000 रुपये बताई गई है। हालांकि, जब चल संपत्ति का कुल जोड़ देखा गया तो यह राशि 1,40,81,932.32 रुपये थी। जब अरुण से संपर्क किया गया और विसंगति की ओर उनका ध्यान दिलाया गया, तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं इसे ठीक करवा दूंगा।’’ सूत्रों ने बताया कि अरुण हलफनामा का एक और सेट दाखिल कर सकते हैं। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख एक फरवरी है। कन्नौज में 20 फरवरी को मतदान होगा।
शनिवार को अरुण (51) अपने दो प्रस्तावकों के साथ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और नामांकन पत्र का एक सेट दाखिल किया। असीम अरुण ने कहा कि चुनाव में मुख्य मुद्दे कानून-व्यवस्था और विकास हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि क्षेत्र की जनता उन्हें वोट देगी।
लखनऊ में महानगर एक्सटेंशन के निवासी अरुण ने अपने हलफनामे में उल्लेख किया है कि उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला लंबित नहीं है और उन्होंने कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय, वैंकूवर से स्नातकोत्तर किया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 10 जनवरी को कानपुर के पुलिस आयुक्त असीम अरुण के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के अनुरोध को मंजूरी दे दी थी।
अरुण एक अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) रैंक के अधिकारी थे और कुछ समय पहले तक कानपुर में तैनात थे। इससे पहले अलीगढ़, गोरखपुर और आगरा जैसे जिलों में पुलिस बल का नेतृत्व करने के अलावा उन्होंने राज्य के आतंकवाद विरोधी दस्ते, 112 सेवा का नेतृत्व भी किया था। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान अरुण ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के कोर प्रोटेक्शन ग्रुप में काम किया था।