नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार करने के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अमर्यादित, धमकाने वाली और अलोकतांत्रित भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को चुनाव आचार संहिता के अनुसार भाषा का इस्तेमाल करने का निर्देश देने की मांग की है।
समाजवादी पार्टी ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री के कुछ भाषणों का जिक्र भी किया है। इसमें आगरा में दिए गए भाषण का जिक्र है जिसमें उन्होंने कहा था कि '10 मार्च के बाद बुल्डोजर चलेगा।' इसके साथ ही सपा नेतृत्व को 'गुंडा, मवाली और माफिया' बताने पर भी आपत्ति जताई गई है।
मुख्यमंत्री द्वारा 1 फरवरी को मेरठ के सिवलाखारा और किठोर में 'लाल टोपी मतलब दंगाई, हिस्ट्रीशीटर' बताने का भी उल्लेख है। वहीं, मुजफ्फरनगर में गर्मी शांत करने वाले विवादित बयान का भी उल्लेख है जिसमें मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा था कि 'जो गर्मी दिखाई दे रही है, ये सब शांत हो जाएगी। गर्मी कैसे शांत होगी, मैं जानता हूं।'
बता दें कि, दैनिक भास्कर ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि मुख्यमंत्री योगी ने जनवरी में जिन्नावादी, तमंचावादी, परिवारवादी शब्द का इस्तेमाल 20 बार से ज्यादा किया। रैलियों में बुलडोजर शब्द का प्रयोग 30 बार से अधिक किया गया।